सुरेश बोड़ा/बीकानेर abhayindia.com बीकानेर संसदीय सीट पर लोकसभा चुनाव का मुकाबला अब रोचक मोड़ पर पहुंच रहा है। मुकाबला रोचक इसलिए भी है क्योंकि यहां भाजपा–कांग्रेस के प्रत्याशी मौसेरे भाई है। विडंबना यह है कि भाजपा प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल और कांग्रेस प्रत्याशी मदन गोपाल मेघवाल दोनों ही लोकसभा क्षेत्र में तगड़ी फील्डिंग करते हुए मतदाताओं तक पहुंच रहे हैं, लेकिन इनके साथ इनकी पार्टी के दिग्गज नेता मौके–टोके पर ही खड़े नजर आते हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, नेताओं की आपसी खींचतान और मनमुटाव की बातें दोनों ही पार्टियों के प्रदेश संगठन तक पहुंच गई हैं, लेकिन डेमेज कंट्रोल होता नजर नहीं आ रहा।
आपको बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी मदन गोपाल मेघवाल के पक्ष में ऊर्जा मंत्री डॉ. बीडी कल्ला ने प्रचार के शुरूआती दिनों में तो कई सभाएं की, लेकिन जोधपुर का प्रभार मिलने से वे जोधपुर लोकसभा क्षेत्र में ज्यादा समय दे रहे हैं। इसी तरह उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी को जालोर-सिरोही का प्रभारी बनाने से वे भी यहां कम सक्रिय हैं। पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी स्टार प्रचार होने के चलते वे भी बीकानेर संसदीय सीट क्षेत्र में जनसम्पर्क में ज्यादा सक्रिय नहीं है। खाजूवाला विधायक गोविन्दराम मेघवाल भी खुलकर प्रचार करते नजर नहीं आ रहे। इसी तरह पूर्व विधायक वीरेन्द्र बेनीवाल और मंगलाराम गोदारा भी खास मौकों पर ही नजर आते हैं।
इधर, भाजपा खेमे में प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल को तीसरी बार संसद भेजने में कई दिग्गज रूचि नहीं दिखा रहे। देवीसिंह भाटी पार्टी से अलग होकर पहले से ही उनके खिलाफ मोर्चा खोले हुए है। इधर, पूर्व विधायक डॉ. गोपाल जोशी, लूणकरनसर के विधायक सुमित गोदारा, पूर्व विधानसभा क्षेत्र की विधायक सिद्धि कुमारी, नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष महावीर रांका,खाजूवाला के पूर्व विधायक डॉ. विश्वनाथ मेघवाल प्रत्याशी अर्जुन राम मेघवाल के साथ जनसंपर्क के दौरान कहीं साथ खड़े नजर नहीं आ रहे।
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