Thursday, May 2, 2024
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ग्रामीण विकास सेवा के अधिकारी प्रदेश के विकास की धुरी, आमजन के सेवक बन करें काम : ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री

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जयपुर Abhayindia.com ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश चन्द मीणा ने कहा है कि ईमानदारी से अपना कार्य करना सबसे बड़ी मानव सेवा हैं। उनका राजनीति में आने का उद्देश्य भी ईमानदारी के साथ जनता की सेवा करना है। ग्रामीण सेवा के अधिकारी भी स्वयं को आम लोगों का सेवक समझ कर कार्य करें। मीना राजस्थान ग्रामीण विकास सेवा परिषद के शनिवार को इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में आयोजित प्रथम अधिवेशन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि विभाग में भ्रष्टाचार बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जाएगा। कार्यों में अनियमितता मिलने पर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अच्छा कार्य करने वाले अधिकारियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। विभाग की योजनाओं को धरातल पर लाने की जिम्मेदारी आरडीएस सेवा की हैं। इसलिए ईमानदारी से विकास कार्य करने की जरूरत हैं। वे हमेशा अच्छा कार्य करने वालों के साथ खड़े रहेंगे।

मीना ने कहा कि राज्य सरकार ने 100 करोड़ का विशेष फण्ड उन लोगों के लिए बनाया है जो वर्तमान में किसी योजना के दायरे में नहीं आते। विकास अधिकारी इसका लाभ दिलाने के लिए लाभार्थियों को चिह्नित कर प्रस्ताव बनाएं।

उन्होंने कहा कि दूसरे विभागों से प्रतिनियुक्ति पर आये अधिकारियों को प्रतिस्थापित करने पर विचार किया जा रहा है और पंचायतीराज का समस्त कार्य RRDS सेवा से ही करवाये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। मीना ने कहा कि विभाग के काम धरातल पर नजर आने चाहिए। अधिकारी अंतिम छोर तक के गरीब व्यक्ति को योजनाओं का लाभ दिलाने का काम करें, तभी विभाग की योजनाओं का उद्देश्य पूर्ण हो सकेगा।

प्रचार-प्रसार में अधिक पैसा खर्च ना करने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा अब राजीविका के स्वयं सहायता समूह की महिलाएं सरकार की योजनाओं का  घर-घर जाकर प्रचार-प्रसार करेंगीं और लोगो को योजनाओं की जानकारी देते हुए, जागरूक करेंगी। इससे राजीविका की महिलाओं की आय भी बढ़ेगी। मंत्री श्री मीना ने राजस्थान ग्रामीण विकास सेवा परिषद (आरडीएस एसोसिएशन) की वेबसाइट का लोकार्पण भी किया।

विशिष्ठ अतिथि ग्रामीण विकास सचिव के. के. पाठक  ने कहा कि आरडीएस सेवा के सदस्यों को विभाग की योजनाओं को सफल बनाने के लिए ईमानदारी और गुणवत्तायुक्त कार्य करने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि जल संरचना को सुधारने में हम अभी तक विफल रहे हैं। चरागाहों का विकास करने की अत्यधिक जरूरत हैं। कोई भी नया कार्य करने से पहले नकारात्मक होने के बजाय उसकी सफलता को लेकर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ई-मस्टररोल और NMMS प्रारम्भ करने से पहले संशय जताया जा रहा था लेकिन इसने मनरेगा में सफलता प्राप्त की है। विशिष्ट अतिथि पंचायती राज विभाग के सचिव नवीन जैन ने कहा कि विकास अधिकारियों का प्राथमिक दायित्व ग्राम पंचायत से लेकर राज्य के विकास को उच्च स्तर पर ले जाना है। उन्होंने कहा कि सभी विकास अधिकारी पंचायतीराज नियमों से समय समय पर अपडेट होते रहें।

इससे पहले कार्यक्रम के प्रारंभ में परिषद अध्यक्ष ताराचंद मीना, उपाध्यक्ष रामचन्द्र सैनी, महासचिव ओंकारेश्वर शर्मा और कार्यकारिणी सदस्यों ने अतिथियों का स्वागत किया। परिषद ने RDS कैडर में पदोन्नति का अवसर उपलब्ध कराने के लिए पंचायतीराज मंत्री का आभार भी जताया।

कार्यक्रम में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग तथा ग्रामीण विकास सेवा से संबंधित प्रेजेंटेशन भी दिया गया। इसमें ग्रामीण विकास सेवा अधिकारियों द्वारा ग्रामीण विकास के क्षेत्र में किये उल्लेखनीय कार्यों के साथ ही भविष्य के लिए सुझावों को भी दर्शाया गया। परिषद ने पंचायतीराज मंत्री के समक्ष कुछ मांगें भी रखीं।

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