







बीकानेर Abhayindia.com बस में सीट को लेकर दो लोगों में उपजे विवाद की रंजिश को लेकर कुछ नकाबपोश 20 अक्टूबर को कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी के आवास पर पहुंचे थे। वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस गार्ड को देखकर भाग गए।
पुलिस ने दो लोगों को पूछताछ के लिए दस्तयाब किया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक प्रहलादसिंह कृष्णियां व पुलिस अधिकारियों ने मौका देखा। पुलिस ने मामले की जांच को लेकर एक टीम का गठन किया है। इसमें वृताधिकारी वृत नगर सुभाष शर्मा , भवानीसिंह राठौड़ नयाशहर थानाधिकारी के नेतृत्व में गठित टीम में राणीदान पुलिस निरीक्षक, जगदीश सिह, संदीप कुमार उनि, अब्दुल सत्तार गजेन्द्र सिंह, रामनिवास, साईबर सेल से दीपक यादव अनुसंधान में जुटे हैं। इस दौरान सामने आया कि
यह है मामला…
कांग्रेस नेता रामेश्वर डूडी के आवस पर तैनात हैड कान्सटेबिल महेन्द सिह यादव ने 20 अक्टूबर को नयाशहर में उपस्थित होकर रिपोर्ट दी थी कि सुबह 9 बजे का समय था पुलिस गार्ड आवास पर तैनात थी, गेट पर मनोज कुमार कान्सटेबिल तैनात था उसी समय तीन मोटरसाइकिल पर आठ-दस लोग सवार होकर आए जिन्होंने अपने चेहरे को कपड़े ढांप रखा था। उन्होंने आते ही दरवाजा खटखटाया। इस पर गनमैन हुकमाराम ने आरोपियों को ललकारा तो पुलिस वर्दी को देखकर सभी लोग भाग गए। रिपोर्ट पर पुलिस ने अभियोग दर्ज इसकी तफ्तीश जगदीश ङ्क्षसह को सौंपी है। पुलिस ने इस दौरान रामेश्वर डूडी के निवास पर रंगाई-पुताई का कार्य कर रहे राजेन्द्र भार्गव, रेवन्तराम, रामदेव एवं महेन्द्र व मनोज कुमार के बयान लिए है।
इसके बाद अनुसंधान की टीम के प्रयासों से खेतोलाई भुर्ज निवासी अजयसिह व शास्त्री नगर चक-3जीएम निवासी मनोज कुमार से पूछताछ की है। गवाहों एवं आरोपियों के बायानों के बाद घटना का कारण सामने आया है।
पुलिस के अनुसार राजेन्द्र भार्गव व उसके तीन झझू से बीकानेर आने के लिए बस में सवार हुए थे। सुबह 7%30 बजे रवाना हुई बस में राजेन्द्र व उसके साथी रामेश्वर डूडी के आवास पर रंगाई पुताई करने के लिए आ रहे थे, उसी बस में अजय सिंह भी झझू से सवार हुआ था। बस के अंदर सीट को लेकर दोनों में विवाद हो गया, तब इसी बात से नाराज होकर अजय सिंह ने अपने साथी मनोज को फोन से यह बात बताई और बदला लेने की नियत से और लोगों को लेकर बस स्टैण्ड पर आने को कहा।
इसके बाद मनोज कुमार, रमेश कुमार व कर्णसिंह नामक व्यक्ति बस के पीछे चलने लगे, बस राजेन्द्र व उसका साथी पंडित धर्मकांटे के पास उतर गए थे और पैदल ही रामेश्वर डूडी के आवास की ओर जाने लगे, इसी बीच पीछे आए और रास्ता रोककर मारपीट करनी चाही तो राजेन्द्र भार्गव भागकर डूडी के घर मे घुस गया, वहां पर मौजूद पुलिस गार्ड बाहर आया तो आरोपी फरार हो गए।



