जयपुर abhayindia.com प्रदेशभर के शिक्षकों को अब अपने विभाग से संबंधित विभिन्न कार्यो के लिए दफ्तरों में चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। यह संभव होगा इंटीग्रेटेड शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से। शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने इस पोर्टल का शुभारंभ किया है। इस पोर्टल में स्टाफ कॉर्नर का ऑप्शन रहेगा, इसके जरिए शिक्षक तबादले सहित अन्य कार्यो के लिए ऑनलाइन ही परेशानी बता सकेंगे।
आपको बता दें कि इससे पहले मध्यप्रदेश, महाराष्ट, गुजरात, असम, तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरप्रदेश, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश सहित अन्य 15 राज्यों के प्रतिनिधि इस पोर्टल को सराह चुके हैं। जानकारी के अनुसार, शिक्षा विभाग अब जिलों की रैकिंग भी इस पोर्टल के आधार पर तय करेगा। इसके अलावा प्रत्येक माह की 4 तारीख तक जो भी डाटा संबंधित जिले की ओर से अपलोड होगा, उसी के आधार पर रैकिंग घोषित होगी।
अब नहीं होगी कोई दिक्कत
विभाग के अनुसार अब शिक्षा राज्य मंत्री की पहल पर प्रदेश के जनप्रतिनिधियों को ऑनलाइन पोर्टल के आईडी-पासवर्ड दिए जाएंगे, इससे वह घर बैठे अपने क्षेत्र की स्थिति देख सकेंगे। यही नहीं, प्रदेश के 65 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों के भवन, बिजली, पानी, खेल मैदान, छात्र संख्या व आंगनबाड़ी एकीककरण सहित अन्य जानकारी आसानी से देख सकेंगे। इसके लिए सूचना का अधिकार का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। बताया जा रहा है कि प्रदेश के 86 लाख से अधिक विद्यार्थियों का रिकार्ड भी पोर्टल पर अपलोड होगा। इसके तहत विद्यार्थियों के विषय से लेकर पिछली कक्षाओं के परिणाम की जानकारी अपलोड की जाएगी। छात्र की परफोरमेंस रिपोर्ट को भी अभिभावक आसानी से देख सकेंगे।
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