Friday, July 5, 2024
Hometrendingसरकारी स्‍कूलों की पहली कक्षा के अस्तित्‍व पर ही खतरा! जानें- क्‍यों...

सरकारी स्‍कूलों की पहली कक्षा के अस्तित्‍व पर ही खतरा! जानें- क्‍यों मचा है बवाल…

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad

बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत जिला शाखा बीकानेर की ओर से प्रान्तीय कार्यकारिणी के आह्वान पर जिला कलेक्टर के माध्‍यम से शिक्षा मंत्री को कक्षा प्रथम में प्रवेश की न्यूनतम आयु पूर्व की भांति पाँच वर्ष करने के लिए ज्ञापन सौंपकर सरकार के इस प्रतिगामी निर्णय को निरस्त करने की मांग की गई है।

जिला अध्यक्ष सुरेंद्र भाटी ने बताया कि सरकार के इस आदेश से राजकीय विद्यालयों में प्रथम कक्षा में नामाकंन पर संकट के बादल मंडरा रहे है जिससे सार्वजनिक शिक्षा को सबसे ज्यादा खतरा है।

जिलामंत्री महेन्द्रपाल ने बताया कि नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करने की दिशा में उठाये गये कदम के तहत कक्षा प्रथम में प्रवेश की न्यूनतम आयु छह वर्ष कर दी गई है जिससे राजकीय विद्यालयों में प्रथम कक्षा के अस्तित्व पर ही संकट उत्पन्न हो गया है  जिससे राजकीय विद्यालयों में नामांकन भी घटने की आंशका है और सार्वजनिक शिक्षा का स्तर भी इससे प्रभावित होगा।

ज्ञापन देने गए प्रतिनिधिमंडल में प्रदेश उपसभाध्यक्ष रेवन्तराम गोदारा, बालाराम मेघवाल प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य, जिलाध्यक्ष सुरेन्द्रसिंह भाटी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमेन्द्र बाना, कोषाध्यक्ष जयपाल कूकणा, पूर्व जिलाध्यक्ष आदूराम मेघवाल, पूर्व जिलामंत्री भंवर सांगवां, श्याम देवड़ा, नगर मंत्री देवेन्द्र जाखड़, बीकानेर देहात अध्यक्ष गणेश चौधरी, राजकुमार सिंह जायस, किशोर सिंह राठौड़, अरुण गोदारा, मांगीलाल सुथार सहित शिक्षक संघ शेखावत से जुड़े शिक्षक उपस्थित रहे।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular