बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम शुक्रवार को मोटिवेशनल गुरू की तरह नजर आए। नगर विकास न्यास सभागार में अधिकारियों, कर्मचारियों की क्लास लेते हुए गौतम ने कहा कि न्यास में नियोजित कर्मचारी, अधिकारी बहुत योग्य और क्षमताएं रखने वाले हैं। बस आवश्यकता अपनी क्षमताओं में विश्वास तथा स्वयं में इस पॉजिटीविटी को बनाए रखते हुए कार्य करने की है। तभी न्यास की छवि सुधारी जा सकेगी।
उन्होंने कहा कि जनसुनवाई और शहर में भ्रमण के दौरान उन्हें लोगों से यूआईटी के लेटलतीफ रवैए और लापरवाही की शिकायत मिलती है। लोगों में इस संस्था की छवि नकारात्मक है। इस इमेज को अपने काम के जरिए बदलना होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारी, कर्मचारियों को बिना किसी प्रलोभन के पूरी निष्ठा, ईमानदारी और पारदर्शिता से कार्य करना है। पूर्व में जितने भी प्रकरण बकाया है उन्हें प्राथमिकता से निस्तारित करें जिससे जनता का इस संस्था में भरोसा दुबारा कायम हो सके।
अपना शत–प्रतिशत देते हुए करें कार्य
जिला कलक्टर और यूआईटी चैयरमेन ने कहा कि यदि यूआईटी में नियोजित किसी तकनीकी या मंत्रालयिक कर्मचारी को ऐसा महसूस होता है कि वह अपनी सीट पर बेहतर परिणाम नहीं दे पा रहा है तो वह अपनी रूचि अनुसार सीट बदलने के लिए कह सकता है। उन्होंने कहा कि यूआईटी अपनी कार्यशैली बदले और यह स्पष्ट संदेश दें कि यहां त्वरित व पारदर्शिता पूर्ण कार्य होता है। यूआईटी चैयरमेन ने कहा कि यदि कोई कार्य नियमानुसार संभव नहीं होता है तो ऐसे प्रकरणों में सम्बंधित व्यक्ति को कारण सहित त्वरित जवाब प्रस्तुत करें जिससे सम्बंधित के मन में संस्था की छवि खराब न हो।
नहीं चलेगा पुराना ढीला सिस्टम
कलक्टर ने कहा कि पुराने ढीले सिस्टम को बंद करते हुए अपना शतप्रतिशत देकर न्यास को बुलंदी पर पहुंचाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी संस्था का विकास, भविष्य उसके कर्मचारी, अधिकारी तय करते हैं। इसलिए अपनी कर्मशैली से सकारात्मक माहौल का निर्माण करते हुए बीकानेर वासियों को राहत पहुंचाएं। जिला कलक्टर ने कहा कि वर्तमान सूचना प्रौद्योगिकी के युग में प्रकरणों के त्वरित निस्तारण के लिए यूआईटी भी तकनीक का अधिकतम इस्तेमाल करें और लोगों को त्वरित राहत प्रदान करें। ऑनलाईन प्रक्रियाओं को अपनाने की दिशा में और प्रयास करें।
मिलेगा इम्प्लॉयी ऑफ द मन्थ अवार्ड
जिला कलक्टर ने कहा कि यूआईटी में तकनीक व सामान्य कार्य श्रेणी में अलग–अलग इम्प्लॉय ऑफ द मन्थ का अवार्ड शुरू किया जाएगा। एक माह के समय में बेस्ट परफार्मेंस देने वाले कर्मचारी को अलग–अलग वर्ग में इम्प्लॉयी ऑफ द मन्थ का अवार्ड दिया जाएगा। इसके तहत चयनित कर्मचारी का फोटो उसकी उपलब्धियों के साथ एक माह तक चैयरमैन के कमरे में लगाया जाएगा।
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