Thursday, May 2, 2024
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सूर्य नमस्कार से मन में सद्विचार आते हैं और विकार दूर भागते हैं : शिक्षा मंत्री

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जयपुर Abhayindia.com ‘‘सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर एवं मन स्वस्थ रहता है। सद्विचार आते हैं और विकार दूर भागते हैं। जब मन में अच्छे विचारों का उद्गम होता है तो विकारों के लिए कोई जगह नहीं होती। इससे जीवन में किसी प्रकार की न्यूनता नहीं होगी और हम लगातार आगे बढ़ते जाएंगे।‘‘ यह बात शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गुरुवार को जयपुर के चौगान स्टेडियम में प्रदेशभर के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में ‘सूर्य नमस्कार‘ के सामूहिक अभ्यास के सिलसिले में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए कही। कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री दिलावर और माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी सहित कई गणमान्य लोगों ने विद्यार्थियों के बीच सामूहिक रूप से ‘सूर्य नमस्कार‘ किया।

शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक स्तर पर योग के महत्व को स्थापित किया है। उनकी पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा प्रतिवर्ष 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसकी बदौलत विश्व के 100 से अधिक देशों ने योग को अपनाया है।

उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार समस्त योगों का सार और सर्वांग योग है, जो व्यक्ति नियमित तौर पर इसका पर्याप्त अभ्यास करते हैं, उनको किसी अन्य योग की जरूरत नहीं होती। इसके माध्यम से दैहिक, आत्मिक और बौद्धिक विकारों से मुक्ति पाकर जीवन को खुशहाल बनाया जा सकता है।

दिलावर ने कहा कि भगवान सूर्य हमें ऊर्जा और उष्णता प्रदान करते हैं। सूर्य के बिना जीवन बहुत मुश्किल है। ऐसे में हम सभी की यह ड्यूटी बनती है कि हम उनकी आराधना करें। इसी उद्देश्य से आज प्रदेशभर के सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में ‘सूर्य नमस्कार‘ के सामूहिक अभ्यास के कार्यक्रम आयोजित किए गए। सूर्य सप्तमी के बाद भी स्कूलों में प्रतिदिन प्रार्थना सभा में सूर्य नमस्कार का अभ्यास कराया जाएगा।

उन्होंने इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले प्रदेश के सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, अभिभावकों एवं प्रबुद्ध नागरिकों को बधाई देते हुए सभी के जीवन में भगवान सूर्य की कृपा से प्रगति और खुशहाली की मंगल कामना की। उन्होंने कहा कि वे भगवान सूर्य से प्रार्थना करते हैं कि सभी अपने जीवन में उन्नति और सफलता के शिखर छूएं।

कार्यक्रम में माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने कहा कि सूर्य पृथ्वी पर सभी के लिए ऊर्जा का एकमात्र स्वरूप और स्रोत है। सूर्य नमस्कार के अभ्यास से शरीर में बाल से नाखून तक सभी अंगों का व्यायाम होता है और स्वास्थ्य सम्बंधी दिक्कतों को दूर किया जा सकता है।

कार्यक्रम में योग विशेषज्ञ निरंजन आर्य ने ‘सूर्य नमस्कार‘ का अभ्यास कराया। कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक मंजू शर्मा सहित स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी, कार्मिक, शिक्षक, अभिभावक, जनप्रतिनिधि और प्रबुद्ध नागरिक मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र शर्मा ने किया।

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