Wednesday, May 8, 2024
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प्रदेश : उपचुनावों पर रहेगा कोरोना का साया, ना निकलेगी रैली, नहीं होगी सभा, निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन…

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जयपुर Abhayindia.com प्रदेश में 27 जुलाई को नगरीय निकाय उपचुनाव प्रस्तावित है। लेकिन इस बार प्रत्याशियों के प्रचार प्रसार के लिए कोरोना ने रोडा अटका दिया है।

निर्वाचन आयोग ने इसके लिए गाइडलाइन जारी की है, इसके अनुसार इन चुनावों में कोई उम्मीदवार ना ही चुनावी सभा कर सकेगा और ना ही रैली निकाल सकेगा। यदि उम्मीदवार नामांकन पत्र भरने के दौरान किसी कारण उपस्थित नहीं रहता तो उस स्थिति में उसका प्रस्तावक नामांकन पत्र भर सकेगा।

बता दें कि राज्य निर्वाचन आयोग ने दो दिन पहले प्रदेश की 9 जिलों की 16 नगरीय निकायों के 18 वार्डों में उपचुनाव की घोषणा की है। इन चुनावों के लिए नामांकन पत्र 12 जुलाई से भरे जाएंगे, जबकि 26 जुलाई को वोटिंग होगी। आयोग ने चुनाव को लेकर गाइडलाइन भी जारी की है, इसमें आगामी दिनों में होने वाले पंचायत और निकाय चुनावों के बारे में दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

घर-घर दस्तक में पांच लोग…

इस बार प्रत्याशी वोट के लिए घर-घर दस्तक तो दे सकेगा, लेकिन महज 5 लोगों को ही अपने साथ ले जा सकेगा। यह निर्णय कोरोना के खतरे को देखते हुए किया गया है।

जीत का जश्न भी नहीं…

इस बार चुनाव जीतने के बाद भी उम्मीदवार अपना जश्न नहीं मना सकेगा। इसमें नामांकन भरने के लिए जाते समय और चुनाव का रिजल्ट में जीतने के बाद भी कई तरह की पाबंदियां रहेगी। इन दोनों ही परिस्थितियों में उम्मीदवार रैली या जुलूस नहीं निकाल सकेगा। अगर ऐसा कोई उम्मीदवार करता मिला तो उसके नामांकन रद्द भी किया जा सकेगा।

यह रहेगा चुनाव कार्यक्रम…

राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम में राज्य के 9 जिलों की 16 नगरीय निकायों के 18 वार्डों में चुनाव कराए जाएंगे। इनमें 2 नगर पालिकाओं में वार्ड पार्षद के बाद पालिका के अध्यक्ष पद के लिए भी चुनाव होंगे।

वहीं हनुमानगढ़ जिले की भादरा और चूरू जिले की रतननगर पालिका शामिल है। इन चुनाव के लिए 12 जुलाई से नामांकन भरे जाएंगे, जिसकी अंतिम तिथि 16 जुलाई है। चुनाव परिणाम 28 जुलाई को आएगा। भादरा और रतननगर में 29 जुलाई को अध्यक्ष पद के प्रत्याशी नामांकन करेंगे, 30 जुलाई नामांकन की अंतिम तिथि रखी गई है।

 

नहीं रहे ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार, उनसे जुड़ी ये बातें जानकर रह जाएंगे आप हैरान…

नई दिल्‍ली Abhayindia.com भारतीय सिनेमा के ट्रेजेडी किंग कहे जाने वाले दिग्गज अभिनेता दिलीप कुमार का आज सुबह निधन हो गया है। वे 98 साल के थे। सांस लेने में दिक्कत होने पर 29 जून को उन्‍हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिलीप कुमार की निधन की खबर सुनते ही बॉलीवुड इंडस्ट्री को बड़ा सदमा लगा है। सेलेब्स सोशल मीडिया के जरिए अपने इस महान अभिनेता को श्रद्धांजलि दे रहे हैं। दिलीप कुमार के डॉक्टर जलील पारकर ने मीडिया से कहा, ‘दिलीप साहब उम्र से जुड़ी दिक्कतों का सामना कर रहे थे।

आपको बता दें कि बीते साल दिलीप कुमार के दो छोटे भाइयों का इंतकाल हो गया था। 21 अगस्त को 88 साल के असलम का और फिर 2 सितंबर को 90 साल के अहसान चल बसे। इसके चलते सायरा बानो और दिलीप कुमार ने 11 अक्टूबर को अपनी शादी की 54वीं सालगिरह का जश्न नहीं मनाया था।

पांच दशक और 54 फिल्में

दिलीप कुमार ने पांच दशक के अपने करियर के दौरान केवल 54 फिल्मों में ही काम किया। उनके बारे में एक बात और कही जाती है कि उन्होंने अपने करियर में कई फिल्मों को ठुकरा दिया था, क्योंकि उनका मानना था कि फिल्में कम हों, लेकिन बेहतर हों। कई लोग बताते हैं कि उन्हें इस बात का मलाल रहा था कि वे फिल्म ‘प्यासा’और ‘दीवार’में काम नहीं कर पाए।

उनकी हिट फिल्मों में ‘ज्वार भाटा’ (1944), ‘अंदाज’ (1949), ‘आन’ (1952), ‘देवदास’ (1955), ‘आजाद’ (1955), ‘मुगल-ए-आजम’ (1960), ‘गंगा जमुना’ (1961), ‘क्रान्ति’ (1981), ‘कर्मा’ (1986) और ‘सौदागर’ (1991) शामिल हैं।

दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसंबर 1922 को ब्रिटिश इंडिया के पेशावर (अब पाकिस्तान में) में हुआ था। उन्होंने अपनी पढ़ाई नासिक में की थी। करीब 22 साल की उम्र में ही दिलीप कुमार को पहली फिल्म मिल गई थी।

पीएम मोदी ने जताई संवेदना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया के जरिए कहा है कि दिलीप कुमार जी सिनेमा लेजेंड के तौर पर हमेशा याद रहेंगे। उनका जाना हमारी सांस्कृतिक दुनिया के लिए नुकसान है। प्रधानमंत्री ने दिलीप कुमार की पत्नी सायरा बनो से भी फोन पर बात करके शोक संवेदना व्यक्त की है।

राजस्‍थान : सरकार ने ट्रांसफर-पोस्टिंग पर लगाया बैन हटाया

जयपुर Abhayindia.com लंबे अरसे के बाद गहलोत सरकार ने ट्रांसफर-पोस्टिंग पर लगाया गया बैन हटा दिया है। ट्रांसफर से बैन 14 जुलाई से 14 अगस्त तक हटाया जाएगा।

संयुक्‍त सचिव प्रियंका गोस्‍वामी की ओर से जारी आदेश के अनुसार, सरकार ने ट्रांसफर के लिए कर्मचारियों से अब ऑनलाइन आवेदन मांगे है। इसके लिए उन्‍हें आवेदन प्रशासनिक सुधार विभाग की वेबसाइट पर करना होगा। यह आदेश सभी निगमों, मंडलों, स्‍वायत्‍तशाषी संस्‍थाओं पर भी लागू होगा। आपको बता दें कि सरकार ने 30 सितम्बर 2019 को ट्रांसफरों पर बैन लगाया था।

आठ राज्‍यों में नए राज्‍यपाल नियुक्‍त, गहलोत कर्नाटक के बने राज्‍यपाल  

नई दिल्‍ली Abhayindia.com राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंगलवार को 8 राज्यों में नए राज्यपाल बनाए हैं। इन राज्यपालों में एक केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत भी शामिल हैं। गहलोत को कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया है। इसके अलावा मिजोरम से लेकर झारखंड तक आठ राज्यों में नए राज्यपालों की नियुक्ति की गई है। जबकि, हरि बाबू कंभमपति को मिजोरम, मंगूभाई छगनभाई पटेल को मध्य प्रदेश का राज्यपाल और राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर को हिमाचल प्रदेश का राज्यपाल नियुक्त किया है।

मिजोरम के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई को गोवा के राज्यपाल, हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य को त्रिपुरा के राज्यपाल, त्रिपुरा के राज्यपाल रमेश बैस को झारखंड के राज्यपाल और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय को हरियाणा के राज्यपाल के रूप में नियुक्त किया गया।

गहलोत को इसलिए बनाया राज्‍यपाल…

थांवरचंद गहलोत की उम्र 73 साल हो चुकी है। मोदी मंत्रिमंडल में पहले से ही 75 साल की उम्र की बंदिश है। इसके चलते आगामी राज्यों के चुनाव से पहले मोदी कैबिनेट में ज्यादा से ज्यादा नए चेहरों को जगह देकर सारी समीकरण बैठाना चाहते हैं। इसलिए गहलोत को राज्यपाल बनाकर कैबिनेट से छुट्टी की गई है।

गहलोत सरकार ने 7 जुलाई को बुलाई मंत्रिपरिषद की बैठक, इसमें ये हो सकते हैं फैसले…

जयपुर Abhayindia.com प्रदेश में गहलोत सरकार ने 7 जुलाई को शाम पांच बजे मंत्रिपरिषद समूह की बैठक बुलाई है। मुख्यमंत्री आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस वर्चुअल बैठक का मंत्रिमंडल सचिवालय की ओर से हालांकि कोई आधिकारिक तौर पर एजेंडा जारी नहीं किया गया है, लेकिन माना यह जा रहा है कि इस बैठक में कई अहम फैसले हो सकते हैं। इसमें खासतौर से विधानसभा के मानसून सत्र बुलाने के अलावा कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए तैयारियों की चर्चा हो सकती है।

जानकारी के अनुसार, इस बैठक में डेल्टा प्लस वैरिएंट और कोरोना की संभावित तीसरी लहर की तैयारियों को लेकर सीएम गहलोत मंत्रियों के सुझाव लेंगे और तैयारियों को लेकर क्या-क्या कदम उठाए जा सकते हैं इस पर चर्चा करेंगे। साथ ही वैक्सीनेशन की कमी को लेकर भी चर्चा होगी। आपको बता दें कि राज्‍य में वैक्सीन की कमी को लेकर सीएम गहलोत लगातार केंद्र सरकार से वैक्सीन उपलब्ध करवाने की मांग कर रहे हैं।

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