







ऋषिकेश Abhayindia.com उत्तराखंड के ऋषिकेश में स्थित परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष एवं आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती ने वास्तुविद सुमित व्यास के द्वारा भज गोविन्दम शिविर के माध्यम से सनातन संस्कृति के प्रसार प्रचार को वर्तमान समय की जरूरत बताया।
आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती के आग्रह पर पहुचे सुमित ने परमार्थ निकेतन आश्रम में उनसे भेंट की। इस अवसर पर व्यास ने भज गोविंदम शिविर के बारें में बताया कि इस शिविर में विष्णु सहस्रनाम, रूद्राष्टाध्यायी, श्रीदुर्गासप्तशती, गणेश पूजा, श्रीमद्भगवद्गीता आदि सहित कई अन्य विषय निःशुल्क सिखायें जाते हैं। इस अवसर पर आध्यात्मिक गुरु स्वामी चिदानंद सरस्वती ने सुमित से ऋषिकेश में रहकर वेद विद्यालय में शिक्षण का कार्य संभालने का आग्रह किया।
गौरतलब है कि परमार्थ निकेतन 1942 में स्वामी शुकदेवानंद महाराज द्वारा स्थापित किया गया था। आज ऋषिकेश का सबसे बड़ा आश्रम है, जिसमें 1000 से अधिक कक्ष हैं। यह योग, ध्यान, आयुर्वेद और आध्यात्मिक शिक्षा का केंद्र है। यह आश्रम गंगा आरती, सत्संग, और विभिन्न सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक कार्यक्रमों के लिए प्रसिद्ध है।





