बीकानेर Abhayindia.com जैनाचार्य जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी की निश्रा में रविवार को ढढ्ढा चौक के प्रवचन पंडाल में सुबह नौ बजे से करीब 11 बजे तक एक दिवसीय सास-बहू अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। अधिवेशन में जैन समाज के तेरापंथ, साधुमार्गी, खरतरगच्छ, तपागच्छ व पार्श्वचंद्र गच्छ के साथ जैनेतर सास-बहुओं को आमंत्रित किया गया है।
श्री सुगन जी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा व श्री जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ ने बताया कि जैनाचार्य श्री पीयूष सागर म.सा. की सोच है कि वक्त, परिस्थिति बदलने के साथ ही सास-बहू के रिश्तों में भी परिवर्तन हो रहा है। हृदय को कोमल बनाए बिना, स्वभाव को शीतल बनाए बिना और मन को सरल बनाएं बिना जिंदगी नहीं चलती है। गृहस्थ जीवन में सास-बहू रिश्ता अनमोल रिश्ता है, जो परिवार को साक्षात् स्वर्ग बनाता है। सास-बहू के रिश्ते को आनंद और माधुर्य भरने के लिए यह अधिवेशन आयोजित किया जा रहा है।
जैनाचार्य ने शुरू की 16 दिवसीय सूरी मंत्र साधना
जैनाचार्य श्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी ने शुक्रवार को ढढ्ढा चौक के कोठारी भवन में अनंत लब्धि निधान श्री गुरु गौतम स्वामी जी की सुरिमंत्र पीठिका की 16 दिवसीय साधना शुरू की। साधना के दौरान वे मौन रहते हुए जप, तप कर रहे है। सूरिमंत्र साधना के दौरान वे किसी से श्रावक-श्राविका से नहीं मिलेगे। आचार्यश्री की सूरि मंत्र साधना के दौरान अनेक श्रावक-श्राविकाएं नवकार महामंत्र जाप, एकासना, आयम्बिल आदि साधना कर रहे है।
बाहर से आए यात्रियों का अभिनंदन
आचार्यश्री जैनाचार्य श्री जिन पीयूष सागर सूरीश्वरजी की सूरि मंत्र साधना की अनुमोदना करने के लिए देश प्रदेश से अनेक स्थानों से करीब 70 श्रावक-श्राविकाओं का दल बीकानेर पहुंचा है। पाली, कोटा, पालीताणा से आए श्रद्धालुओं के प्रवास व भोजन आदि की व्यवस्था चातुर्मास कमेटी ने की है। शनिवार को पालीताणा के संयममय जीवन जीने वाले भामाशाह 94 वर्षीय गिरधारी लाल कोचर, कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंकित जैन आदि का अभिनंदन श्री सुगन जी महाराज का उपासरा ट्रस्ट के मंत्री रतन लाल नाहटा, श्री जिनेश्वर युवक परिषद के अध्यक्ष संदीप मुसरफ, मंत्री मनीष नाहटा आदि ने किया।
उदयरामसर के आशापुरा माता मंदिर दुर्गा व चंडीपाठ
उदयरामसर के भगवान कुंथुनाथ जिनालय में चौहान वंशीय जैन बोथरा, डागा, भंडारी, मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकारों में मौसूण परिवारों व ब्राह्मणों में अनेक जाति समुदाय व राजपूतों की कुलदेवी आशापुरा के मंदिर में नवरात्रा उत्सव के दौरान दुर्गा व चंडी पाठ किया गया।
आयोजन से जुड़े सुरेश भंडारी ने बताया कि मंदिर में दर्शनार्थियों, विशेषकर सुबह व शाम जोत व आरती के समय श्रद्धालुओं की संख्या की निरन्तर वृद्धि हो रही है। देवी के नियमित विशेष श्रृंगार कर विभिन्न व्यंजनों का भोग लगाया जा रहा है।