नागौर Abhayindia.com आरएलपी के अध्यक्ष और सांसद हनुमान बेनीवाल ने कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को अपना समर्थन दिया है। बेनीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी आरएलपी कृषि कानूनों के विरोध में है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की। आरएलपी एनडीए गठबंधन का हिस्सा रहेगी या नहीं, इस पर आठ दिसंबर के बाद फैसला करेंगे। आपको बता दें कि लागू नए कृषि कानूनों के विरोध में शिरोमणि अकाली दल पिछले दिनों केंद्र में सत्तारूढ़ एनडीए से अलग हो गई थी।
इधर, नए कृषि कानूनों के विरोध में पंजाब-हरियाणा समेत अन्य राज्यों के लाखों किसान पिछले ग्यारह दिन से दिल्ली और उसके बॉर्डर पर डटे हुए हैं। प्रदर्शनकारी किसानों ने आठ दिसंबर को ‘भारत बंद’की घोषणा की है। साथ ही यह चेतावनी दी है कि यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तो आंदोलन तेज किया जाएगा और दिल्ली आने वाले तमाम मार्गों को रोक दिया जाएगा।
कृषि कानूनों को निरस्त (रद्द) करने की मांग पर अड़े किसानों और केंद्र सरकार के बीच पांच दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन इस गतिरोध को खत्म करने को लेकर अभी तक कोई सहमति नहीं बन सकी है। किसानों के प्रतिनिधि अब सरकार के साथ नौ दिसंबर को छठे दौर की बातचीत करेंगे।
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