






बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की पीसीपीएनडीटी टीम ने एक सप्ताह में दूसरी अंतरराज्यीय कार्रवाई करते हुए पड़ोसी राज्य पंजाब के अबोहर में एक सफल डिकॉय ऑपरेशन कर भ्रूण लिंग जांच में लिप्त दलाल, एक सेवानिवृत नर्स को गिरफ्तार किया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन राजस्थान की मिशन निदेशक डॉ भारती दीक्षित के निर्देशन में हुई इस कार्रवाई में भ्रूण लिंग निर्धारण में उपयोग की गई अल्ट्रासाउंड मशीन को सीज व जब्त कर लिया गया वहीं डॉक्टर की भूमिका की पीबीआई थाना पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। उल्लेखनीय है कि राजस्थान पीसीपीएनडीटी टीम ने इसी 12 मई को गुजरात के ईडर में भी एक सफल डेकोय ऑपरेशन किया जिसमें एक डॉक्टर व दो दलाल के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए मशीन को सीज किया गया था।
यूं पकड़ा बेटियों के गुनहगारों को
पीबीआई थाना राजस्थान के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. हेमंत जाखड़ ने बताया कि बीकानेर पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ के जिला कार्यक्रम समन्वयक महेंद्र सिंह चारण की मुखबिरी के माध्यम से सूचना मिली थी कि पंजाब से लगते एरिया से श्रीगंगानगर का एक दलाल गर्भवती महिलाओं को पंजाब के अबोहर शहर में ले जाकर भ्रूण लिंग परीक्षण करवाता है।
टीम ने स्थानीय स्तर पर रेकी की तो सामने आया कि सूचना सही है। इस आधार पर पीसीपीएनडीटी (गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम, 1994 के तहत गठित टीम ने एक योजना बनाकर श्रीगंगानगर के दलाल राजीव कुमार से संपर्क साधा और उसे पांच हजार रुपए एडवांस देते हुए एक गर्भवती महिला को डिकॉय के रूप में पंजाब भेजा। गुरुवार को अबोहर के सुंदर नगरी की गली नंबर दो निवासी रिटायर्ड नर्स शारदा देवी ओबेरॉय ने 35,000 रुपए लिए और महिला को महालक्ष्मी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर ले गई। यहां जांच के बाद बताया कि लड़का है और एक हजार रुपए बधाई की मांग कर डाली। इस दौरान गर्भवती महिला का इशारा मिलते ही टीम ने महिला को हिरासत में ले लिया।
आरोपी को भेजा न्यायिक अभिरक्षा में
डॉ हेमंत जाखड़ ने जानकारी दी कि आरोपी महिला शारदा देवी ओबेरॉय को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे शुक्रवार शाम को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। पूछताछ में डॉक्टर मनीष शर्मा ने इस कृत्य में उसकी कोई मिलीभगत से इनकार किया है। हालांकि मामला संदिग्ध होने और महिला का एफ फॉर्म नहीं भरने के चलते अल्ट्रासाउंड मशीन को सीज कर जब्त कर लिया गया। वहीं गर्भवती महिला से मिली जानकारी एवं आरोपी नर्स से पूछताछ में डॉक्टर की भूमिका संदेहास्पद लगी, जिस पर जांच की जा रही है। वहीं, मशीन की भी उच्चस्तरीय टीम जांच करेगी। इसके साथ ही श्री गंगानगर के दलाल राजीव की तलाश की जा रही है।
जारी रहेगी कार्रवाई, ताकि बच सकें लाडो
इस अंतरराज्यीय कार्रवाई से भ्रूण लिंग निर्धारण के अवैध धंधे में लिप्त लोगों के बीच हड़कंप मच गया। वरिष्ठ आईएएस एवं एनएचएम एमडी डॉ भारती दीक्षित ने कहा है कि वे लिंग चयन की बुराई को जड़ से खत्म करने के लिए पड़ोसी राज्यों के साथ मिलकर भी इस तरह की कार्रवाई जारी रखेंगे। यह कार्रवाई पीसीपीएनडीटी अधिनियम के प्रभावी कार्यान्वयन और भ्रूण लिंग चयन को रोकने के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण सफलता है। राजस्थान सरकार लंबे समय से लिंगानुपात में सुधार के लिए सख्त कदम उठा रही है और इस तरह के ऑपरेशन उसी दिशा में एक प्रभावी कदम है।
लालच ने बुरा बनाया बुजुर्ग को
जिस महिला नर्स शारदा देवी को टीम ने गिरफ्तार किया, वह 72 वर्ष की है और अबोहर के सिविल हॉस्पिटल में सरकारी नौकरी से सेवानिवृत हो चुकी है। महिला के दो लड़के और दो लड़कियां है, जो अच्छे नौकरी पेशे में है। सरकारी पेंशन के साथ ही अबोहर के पौष क्षेत्र में कोठी है, जिसमें वह वर्षों से क्लिनिक चला रही है और यहीं प्रसव करवाती है। पूछताछ में उसने बताया कि वह प्रशिक्षित है इस कारण अबॉर्शन भी करवाती है। इसी तरह डॉक्टर भी बड़े परिवार से है। मूलतः अबोहर के रहने वाले और श्रीगंगानगर में विवाहित इस डॉक्टर के खुद के दो बेटियां है। पत्नी पंजाब में राजकीय सेवा में है।
इस टीम की बदौलत बचेंगी सैंकड़ों बेटियां
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. हेमंत जाखड़ के नेतृत्व में गठित इस टीम में से पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ बीकानेर के जिला कार्यक्रम समन्वयक महेंद्र सिंह चारण की मुखबिरी अहम साबित हुई। वहीं, टीम में सीआई सतपाल यादव, पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ जैसलमेर प्रभारी विक्रम सिंह चंपावत, श्रीगंगानगर प्रभारी रणदीप सिंह, सीओआईईसी विनोद बिश्नोई, हेमंत शर्मा, हैड कांस्टेबल चंद्रभान एवं कांस्टेबल शालू चौधरी शामिल रहे। इसमें किसी ने पति तो किसी ने रिश्तेदार की भूमिका निभाई और पूरी तरह से मुस्तैद रहते हुए ऑपरेशन को सफल अंजाम दिया।



