Friday, May 16, 2025
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होली की रंगत: पांच पीढिय़ों से चला आ रहा है रम्मत का मंचन, बता रहे वरिष्ठ कलाकार कृष्ण कुमार बिस्सा, देखें वीडियो…

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बीकानेर abhayindia.com ‘कहन की करी कटारी रे मेरे सीने में मारी रे…अरी मालिन सुन लेना रे, खोल खिड़की को देना रे…भाभी ने देवर को शहजादी ब्याह लाने का ताना क्या मारा, देवर नाराज होकर ब्याह रचाने के लिए पंजाब निकल पड़ा।

Preview YouTube video पांच पीढ़ी से हो रहा है रम्मत का मंचन, बता रहे हैं वरिष्ठ कलाकार कृष्ण कुमार…

देवर-भाभी की यह नौंक-झौंक बिस्सा चौक में गुरुवार सुबह तक चली। मौका था आशापुरा कला एवं नाट्य संस्थान के तत्वावधान में मंचित हुई शहजादी नौटंकी रम्मत का। इसमें करीब आठ कलाकारों ने भागीदारी निभाई। रम्मत का गायन-संगीत पक्ष मजबूत होने के कारण रातभर होली के रसिक बिस्सा चौक में डटे रहे।

पांच पीढ़ी से हो रहा मंचन…

रम्मत के वरिष्ठ कलाकार एवं संस्थान के संचालक कृष्ण कुमार बिस्सा ने अभय इंडिया के साथ बातचीत में बताया कि वे बीते चार दशक से रम्मत में भागीदारी निभा रहे हैं। वहीं बीते करीब चार सौ साल से रम्मत का मंचन हो रहा है। उनके परिवार में वे पांचवीं पीढ़ी में आ गए है। बिस्सा के अनुसार लोक कला संस्कृति के संरक्षण के उद्देश्य से ही रम्मत मंचन की परम्परा का निर्वाह किया जा रहा है। रम्मत के कथानक के अनुसार इसमें देवर, भाई, भाभी, शहजादी, पीर, कोतवाल, यार, मालिन सहित मुख्य पात्र होते हैं।

Preview YouTube video बिस्सा चौक में गुरुवार सुबह तक चली ‘शहजादी नौटंकी’ रम्मत

इनकी रही भागीदारी

रम्मत में कृष्ण कुमार बिस्सा, इंद्र कुमार, रामकुमार, बलदेव दास, मनोज व्यास, प्रेम माली, विजय व्यास, मनीष व्यास, लूणसा, किशन बिस्सा,विकास पुरोहित, महेन्द्र बिस्सा, रविन्द्र, गोविन्द गोपाल, कैदारनाथ, डीके कल्ला, सांवरमल रंगा आदि ने भागीदारी निभाई।

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