अयोध्या Abhayindia.com देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज राम लला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए मुख्य यजमान बनकर अयोध्या पहुंचे। उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद राम लला की मनमोहक मूर्ति की आरती उतारी।
प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि “राम भारत की आस्था हैं, राम भारत का आधार हैं, राम भारत का विचार हैं, राम भारत का विधान हैं, राम भारत की चेतना हैं, राम भारत का चिंतन हैं, राम भारत की प्रतिष्ठा हैं, राम भारत का प्रताप हैं, राम प्रभाव हैं, राम प्रवाह हैं, राम नेति भी हैं, राम नीति भी हैं, राम नित्यता भी हैं, राम निरंतरता भी हैं, राम व्यापक हैं, विश्व हैं, विश्वात्मा हैं इसलिए जब राम की प्रतिष्ठा होती है तो उसका प्रभाव शताब्दियों तक नहीं होता उसका प्रभाव हज़ारों वर्षों तक होता है।”
पीएम मोदी ने कहा कि “हर युग में लोगों ने राम को जीया है। हर युग में लोगों ने अपने-अपने शब्दों में, अपनी तरह से राम को अभिव्यक्त किया है। यह राम रस जीवन प्रवाह की तरह निरंतर बहता रहता है।” इससे पहले उन्होंने राम मंदिर परिसर में मौजूद यटायू की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित की और राम मंदिर का निर्माण करने वाले मजदूरों के ऊपर पुष्पवर्षा कर उन्हें धन्यवाद किया।
रामोत्सव का उल्लास…
आपको बता दें कि अयोध्या श्रीराम जन्मभूमि पर बने भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में शहर में रामोत्सव का उल्लास नजर आया। मंदिरों में सुबह से ही विशेष पूजा—पाठ, हवन, अनुष्ठान व अभिषेक के साथ महाआरती के आयोजन होने लगे।
प्रण के ठीक 32 साल और 7 दिन बाद…
पीएम मोदी ने अयोध्या राम मंदिर में भगवान राम लला की प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में मुख्य यजमान बनकर अपना 32 साल पुराना किया हुआ वादा पूरा किया है। असल में, 14 जनवरी 1992 को मोदी राम जन्म भूमि पहुंचे थे। उस समय राम लला टेंट में विराजमान थे। उसी दिन उन्होंने प्रण किया कि वो अयोध्या दोबारा तब तक नहीं आएंगे, जब तक भव्य राम मंदिर का निर्माण नहीं करवा लेंगे।