जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में चार सीटों पर होने वाले राज्यसभा चुनाव मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लिए प्रतिष्ठा से जुड़ गया है। कांग्रेस हाईकमान ने 4 में से 3 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए है। कांग्रेस के तीनों प्रत्याशी रणदीप सिंह सुरजेवाला, मुकुल वासनिक और प्रमोद तिवारी हालांकि, कांग्रेस हाईकमान के तो नजदीकी हैं लेकिन उन पर बाहरी होने के आरोप भी लग रहे हैं। इस संबंध में पत्रकारों ने जब तीनों ही उम्मीदवारों से बातचीत करनी चाही तो वे इससे पल्ला झाड़ गए।
आपको बता दें कि बाहरी उम्मीदवारों को लेकर विधायक संयम लोढा, भरत सिंह सवाल उठा चुके हैं। ऐसे में सीएम गहलोत के लिए इन्हें साधना बेहद अहम हो गया है। हालांकि, कांग्रेस का दावा है कि तीनों सीटों पर जीत का नंबर गेम उनके पास है और तीनों सीटों पर जीत कांग्रेस पार्टी की होगी लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी के मैदान में आने के बाद राज्यसभा चुनाव का मुकाबला भी दिलचस्प हो गया है। निर्दलीय प्रत्याशी की ओर से कांग्रेस खेमे में सेंधमारी की आशंका के चलते सीएम गहलोत अलर्ट मोड पर है। कांग्रेस हाईकमान ने भी सीएम गहलोत को तीनों सीटों पर जीत दिलाने का टास्क दिया है। टिकट वितरण को लेकर कांग्रेस के अंदरखाने में भले ही नाराजगी बढ़ रही हो लेकिन सीएम गहलोत हाईकमान की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहते हैं। इसीलिए विधायकों की नाराजगी दूर करने और सभी को एकजुटता का पाठ पढ़ा चुके हैं।
बताया जा रहा है कि सोमवार शाम मुख्यमंत्री आवास पर हुई विधायकों की बैठक में केवल 65 ही विधायक शामिल हुए थे। बैठक से गैरहाजिर है विधायकों की नाराजगी भागते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने खुद एक एक विधायक से फोन पर बात की थी और उन्हें एकजुटता रखने के निर्देश भी दिए थे।