








जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में पश्चिमी विक्षोभ के असर के चलते बीते दो दिनों में कई क्षेत्रों में बारिश होने के साथ-साथ ओले भी गिरे है। इससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। बारिश-ओलावृष्टि के कारण तापमान में दो-तीन डिग्री की गिरावट हुई है। ओलावृष्टि से भारी नुकसान की खबरें सामने आते ही राज्य सरकार हरकत में आ गई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने तुरंत सभी जिला कलेक्टर्स को हालात की समीक्षा कर प्रभावितों को राहत देने के निर्देश दिए। भरतपुर दौरे के दौरान सीएम ने आपात बैठक बुलाई और सोशल मीडिया पर भी हालात को लेकर अहम जानकारी साझा की। सीएम भजनलाल शनिवार को भरतपुर जिले के दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने सभी कलक्टर्स को आदेश जारी किए।
सीएम भजनलाल शर्मा ने शनिवार देर रात सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि “राजस्थान के कुछ जिलों में हुई ओलावृष्टि से हुए नुकसान के संबंध में आज भरतपुर कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलेक्टर्स के साथ वीसी के माध्यम से बैठक ली। अधिकारियों को प्रभावित परिवारों को सहायता प्रदान करने एवं राहत कार्यों को प्राथमिकता से क्रियान्वित करने के निर्देश दिए।”
इधर, मौसम विभाग के अनुसार, गर्मी का पारा इस साल ज्यादा चढ़ेगा। अप्रैल-मई में गर्मी और ज्यादा तेज होने और औसत से ज्यादा तापमान रहने के साथ- साथ हीटवेव की दिन भी बढऩे की आशंका जताई है।
मौसम विज्ञान केन्द्र नई दिल्ली से जारी तीन माह के पूर्वानुमान के मुताबिक इस सीजन मार्च, अप्रैल और मई में राजस्थान के साथ- साथ पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश सहित 16 राज्यों में के कुछ हिस्सों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान औसत से ज्यादा रहने यानी गर्मी तेज पडऩे का अनुमान जताया है। मौसम विज्ञान केन्द्र ने मार्च के महीने में राजस्थान में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस से होने वाली बारिश भी इस बार औसत से बहुत कम होने का अनुमान जताया है।





