जयपुर Abhayindia.com राजस्थान में अबकी बार सावन जमकर बरसा है। सावन महीने की समाप्ति तक प्रदेश के लगभग सारे बांध, जलाशय और नदियां लबालब है। इस बीच, मौसम विभाग ने15 और 16 अगस्त को कोटा, उदयपुर, अजमेर, जोधपुर संभाग के जिलों में भारी बारिश होने की संभावना जताई है।
इधर, जल संसाधन विभाग के अनुसार, जल संग्रहण के लिहाज से, 11 अगस्त तक राजस्थान के कुल 716 बांधों में 767.564 करोड़ घन मीटर पानी है, जो कि 2021 में इसी अवधि में 711.392 करोड़ घन मीटर था। इस मौसम में राज्य के बांधों की कुल क्षमता का 60.88 प्रतिशत जल संग्रहण हो चुका है। प्रदेश में छोटे-बड़े कुल 716 बांध हैं, जिनमें से 101 बांध पूरी तरह भर चुके हैं जबकि 373 आंशिक रूप से भरे हुए हैं और 231 खाली हैं। हालांकि, बीसलपुर बांध में अभी तक इसकी कुल भराव क्षमता का केवल 35.80 प्रतिशत ही पानी आया है।
विभाग के अनुसार, शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक के 24 घंटे में सबसे अधिक 131 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। कोटा के मंडाना में 120 मिलीमीटर और चित्तौड़गढ़ के भैंसरोडगढ़ में 110 मिमी, भीलवाड़ा के बिजोलिया में 100 मिमी और झालावाड़ के मनोहर थाना और कोटा के सांगोद में 80-80 मिमी बारिश हुई। झालावाड़ के जिले अकलेरा में 131 मिलीमीटर दर्ज की गई। कोटा में चम्बल, कालीसिंध, परवन, ताकली, चन्द्रलोही नदियां उफान पर रही। कोटा बैराज के 8 गेट 6-6 फीट खोलकर 68 हजार 800 क्यूसेक, जबकि मध्यप्रदेश में मूसलाधार बारिश होने के कारण झालावाड़ जिले के कालीसिंध बांध के 6 गेट 18 मीटर खोलकर 67 हजार 773 क्यूसेक पानी की निकासी की गई।