जयपुर Abhayindia.com प्रदेश में सियासी घटनाक्रम के बीच सीएम अशोक गहलोत और पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थकों के बीच बयानबाजी थम नहीं रही। हर दिन कोई न कोई बयानवीर साबित हो रहा है। इस बीच, आज पायलट समर्थक विधायक एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता दीपेन्द्र सिंह शेखावत का बयान सामने आया है। वहीं, पायलट समर्थक विधायक वेदप्रकाश सोलंकी और इंद्राज गुर्जर ने पार्टी कार्यकर्ताओं को गद्दार कहने पर तल्ख अंदाज में हमला बोला है।
विधायक दीपेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि सचिन पायलट और हम सभी राजस्थान में ग्रासरूट स्तर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सम्मान और स्वाभिमान के लिए प्रयासरत हैं। वर्ष 2013 में जब कांग्रेस की अब तक की सबसे बुरी हार हुई और 200 में से केवल 21 सीटें मिलीं, उस दौर में जिन नेताओं ने कांग्रेस को पुनर्जीवित करने के लिए अपना खून पसीना बहाया, उन्हें अब मान सम्मान मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि राजनीतिक नियुक्तियां उन लोगों को दी जानी चाहिए जिन्होंने पोलिंग बूथों पर कांग्रेस को जीत दिलाने के लिए जी-तोड़ मेहनत की। उन चुनिंदा रिटायर्ड नौकरशाहों को नहीं निजी वफादारी पूरी तरह अस्थायी है। हमें ऐसे सभी मुद्दों के समाधान के लिए आलाकमान पर पूरा भरोसा है, हमें उम्मीद है आलाकमान इनका समाधान निकालेगा।
इधर, कांग्रेस विधायक वेदप्रकाश सोलंकी ने कहा- गद्दार, वफादार, गैर वफादार वाले बयान दिलवाकर हमारे मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने की साजिश की जा रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। कौन गद्दार हैं और कौन वफादार यह सब जानते हैं, लेकिन इनकी आड़ में मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने की साजिश कामयाब नहीं होने दी जाएगी। हम तो गहलोत साहब को कलियुग का भगवान मानकर उनसे मांग कर रहे हैं कि कार्यकर्ता को वाजिब हक दीजिए।
पायलट समर्थक विधायक इंद्राज गुर्जर ने कहा कि सरकार बने ढाई साल हो गए, जिन कार्यकर्ताओं ने मेहनत की और जिनकी मेहनत की वजह से सरकार बनी, उन्हें सरकार ने ढाई साल में नहीं पूछा। राजनीतिक नियुक्तियों के लिए कोरोना का बहाना ले आए, रिटायर्ड अफसरों को नियुक्तियां देते वक्त कोरोना कहां चला गया था।