बीकानेर, मुकेश पूनिया abhayindia.com कोटगेट रेलवे क्रॉसिंग के पास टे्रन पटरियों सटी सुखलेचा मार्केट की सालों पुरानी जर्जर बिल्डिंग रेलवे की छाती पर सबसे बड़ा खतरा होने के बावजूद बीकानेर रेलवे प्रशासन इस खतरें की अनदेखी कर रहा है। इस खस्ताहाल बिल्डिंग को देखते ही अंदेशा हो जाता है कि यह बिल्डिंग कभी धराशाही होकर बड़े हादसे को अंजाम दे सकती है।
बिल्डिंग का रेलवे पटरियों से सटा हिस्सा पूरी तरह जर्जर हो चुका है और इसकी नींव में सीलन का पानी रिसता है। बिल्डिंग से सटी रेलवे ट्रेक पर सुबह से शाम तक दर्जनभर ट्रेनों का आवागमन होता है। ट्रेनों के गुजरने से भूमि में कंपन होने से सुखलेचा मार्केट की यह बिल्डिंग भी कंपकपा जाती है, लंबे अर्से से चल रहे कंपन के सिलसिले से बिल्डिंग की दुकानों और तहखानों में दरारें आ चुकी है। जो कभी भी बड़े हादसे का कारण बन सकती हैं।
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जानकारी के अनुसार खतरे का सबब बनी सुखलेचा मार्केट की इस बिल्डिंग में करीब दो सौ दुकानें प्रतिष्ठान है,बिल्डिंग के तहखानें में भी दर्जनों दुकानें चल रही है, जहां सुबह से शाम तक सैकड़ों लोगों की मौजूदगी के साथ हजारों लोगों का आवागमन रहता है। ऐसे में रेलवे ट्रेक से सटी इस जर्जर बिल्डिंग के कारण भारी जनहानी से भी इंकार नहीं किया जा सकता है,मौके से गुजरने वाली ट्रेनों को नुकसान हो सकता है।