








बीकानेर Abhayindia.com बीकानेर नगर निगम के आयुक्त के. एल. मीणा की ओर से पुलिस जाब्ते के साथ आज माजिसा बास स्थित एक नगर मित्र राहुल व्यास के कार्यालय में छापेमारी की कार्यवाही की गई है। इस मौके से कई फाइलें अपने कब्जे में ले ली गई है। इस कार्यवाही के बाद से बवाल मचा हुआ है। एक ओर नगर मित्र इसे जालसाजीपूर्वक की गई कार्यवाही बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर आयुक्त मीणा का कहना है कि मौके से जब्त की गई पत्रावलियां कायदे से निगम के कार्यालय में होनी चाहिए थी, जो वहां मिली है। बहरहाल, हम उनकी जांच करवा रहे हैं। वहीं, नगर मित्र राहुल व्यास ने एक बयान जारी कर कहा है कि मैं नगर मित्र के रूप में पंजीकृत हूं और मेरे जिम्मे सरकार द्वारा संचालित प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत पत्रावलियां तैयार करने एवं जमा करवाने का कार्य है। मेरे द्वारा नगर निगम बीकानेर में सर्वाधिक पत्रावली मेरे द्वारा जमा करवाई गई है।
व्यास ने बताया कि कल शाम को नगर निगम के एक लिपिक द्वारा मेरे कार्यालय में एक लाल रंग का बस्ता और सफेद थैला एवं काली थैली रख दिया गया था जिसमें कुछ फाईल एवं खाली पट्टे थे। उससे कुछ देर पहले ही मैंने निगम आयुक्त को मेरे पास मौजूद 5 फाइल सौंप दी थी जो कि जरिये आवेदक मेरे को प्राप्त थी। उसके 1 घंटे तक निगम कार्यालय में ही मौजूद था उसी समय लिपिक द्वारा पत्रावलियां मेरे कार्यालय में ये बोल के रखी गई कि मैं दो दिन के बाहर जा रहा हूं इसलिए ये बस्ता व थैला सुबह सहायक कर्मचारी ले जायेगा।
व्यास ने बताया कि आज सुबह आयुक्त नगर निगम द्वारा दल बल सहित बिना पूर्व जानकारी के मेरे कार्यालय में छापा मार कर वही पत्रावली प्राप्त की गई है। उसके साथ ही मेरे कार्यालय में मौजूद अन्य पत्रावलियां जो कि किसी निजी कार्य एवं ग्रामों से संबंधित थी। जो कि नक्शे प्रिंट के लिए मेरे पास थी वह भी प्राप्त कर सीज कर ली गई।
इस अभियान में बीकानेर नगर निगम में अधिक से अधिक पट्टे मेरे द्वारा लगाई गई पत्रावलियों के बने हैं। व्यास ने आरोप लगाते हुए कहा है कि निगम आयुक्त और सचिव हंसा मीणा द्वारा मेरे से और मेरे सहयोगियों से पट्टों के एवज में पैसों की मांग की गई। जिसके मेरे पास गवाह के रूप आवेदक स्वयं है। जिनसे मांग की गई है। मेरे मना करने पर इनके द्वारा ये जालसाजी कि गई है। व्यास ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।





