








सोहनलाल सारस्वत/हेमेरा/बीकानेर abhayindia.com विधुत विभाग में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। विभाग में लापरवाही का आलम यह कि यहाँ हेमेरा रोही में 11 हजार केवी की विधुत लाइन पुरानी व जर्जर होने के कारण टूट कर ओमप्रकाश पुत्र प्रभुराम जाट की ढाणी व रेखाराम जाट के खेत में गिर गई, वहाँ मौजूद लोगों ने हेमेरा जीएसएस पर जेईएन को फोन कर बिजली सप्लाई बंद करवा दी। इस पर करीब दस जने लाइन को दुरुस्त करने में जुट गए, इसी बीच लापरवाही के चलते महज दस मिनट बाद ही विधुत सप्लाई चालू कर दी, ऐसे में लाइन को दुरुस्त कर रहे लोगो को हल्का करंट लगा। गनीमत रही कि वहाँ कोई बड़ा हादसा नही हुआ।
विधुत विभाग के जेईएन की लापरवाही से आक्रोशित होकर जीएसएस पर धरने पर बैठ गए। इसके बावजूद विधुत विभाग के कोई अधिकारी मौके पर नही पहुंचे तो आक्रोशित किसान अर्जुनराम धतरवाल, ओमप्रकाश, विजयपाल, पुरखाराम मेघवाल, श्रीराम, गोविंदराम, जगदीश आदि जीएसएस की डीपी पर चढ़ गए। ग्रामीणों की सूचना पर एक्सईएन कैलाश बिशनोई मोके पर पहुंचे तो आक्रोशित किसानों ने जीएसएस पर कार्यरत जेईएन को निलंबित करने की मांग की। उन्होंने किसानों को उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया तब जाकर किसान डीपी से नीचे उतरे।
किसानों की मांग है कि 15 वर्ष पुरानी विधुत लाइन को तुरंत प्रभाव से बदला जाए। लाइन पुरानी होने के कारण जर्जर हालत में है, जो कहीं से भी टूटकर गिर सकती है। गौरतलब है कि 3 माह पूर्व भी हेमेरा में लाइन टूटकर गिरने से किसान के खेत मे खड़ी 10 बीघा गेंहू की फसल बर्बाद हो गई थी। वही किसानों ने बताया कि जीएसएस से 4 फीडर निकल रहे है जिनमें एक फीडर में 70 कृषि कुएं है। लोड अधिक होने के कारण आए दिन लाइन में फाल्ट होता रहता हैं। एक फीडर ओर निकालने की मांग की, वहीं जीएसएस पर वर्तमान में एक कर्मचारी ही है, ऐसे में वहां 3 कर्मचारी लगाए जाए। अधिकारियों के आश्वासन के बाद किसान माने ओर धरना उठाया। मोके पर सरपंच तोलाराम जांगू, मालाराम गोदारा, गणेश गोदारा, लूणाराम, अर्जुनराम इम्रताराम, विजयपाल, सुशील कुमार, सहीराम, उमाराम जांगू आदि सहित सैकड़ों किसान मौजूद थे।
दो कर्मचारी हटाए : एक्सईएन
हेमेरा जीएसएस पर कुछ आक्रोशित किसान विधुत डीपी पर चढ़ गए थे। मोके पर जाकर किसानों की मांगों को सुना। जीएसएस पर लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी को हटा दिया गया है। दो नए कर्मचारी लगा दिए गए है। -कैलाश बिश्नोई, एक्सईएन, विधुत निगम, बीकानेर





