बीकानेर abhayindia.com प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को देश के विभिन्न राज्यों के सात जिला कलक्टरों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी इस वीडियो कांफ्रेंसिंग में मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने देश के सात जिलों के जिला कलक्टरों से उनके जिलों में कोविड प्रबंधन के क्षेत्र में हुए अच्छे कार्यों के संबंध में सीधी चर्चा की तथा प्रंबधन के बारे में जाना। इसमें राजस्थान की ओर से बीकानेर के जिला कलक्टर नमित मेहता ने जिले में किए प्रबंधन के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में कोरोना रोगियों की चेन जल्दी से जल्दी तोड़ने के उद्देश्य से प्रतिदिन की सैंपल संख्या बढ़ाई। जांच के दौरान पाॅजिटिव पाए जाने वाले मरीजों से मेडिकल स्टाफ सदस्यों द्वारा नियमित बात की जाती तथा मरीज के संपर्क में आए लोगों की प्रभावी ट्रेसिंग प्रारम्भ की गई। इसके लिए कांट्रेक्ट ट्रेसिंग सेल का गठन किया गया। आमजन में कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर के प्रति जागरुकता लाने के उद्देश्य से एनसीसी, एनएसएस, स्काउट-गाइड सहित विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से सतत कैम्पेन चलाया गया। इससे आमजन में मास्क लगाने, सोशल डिसटेंसिंग रखने जैसी जागरुकता आई।
जिला कलक्टर ने बताया कि जिले में 19 अप्रैल से लाॅकडाउन प्रभावी है। राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करवाने के लिए विभिन्न व्यापारिक वर्गों के साथ सतत संवाद किया गया तथा आमजन से समझाइश की गई। इसके साथ ही एनफोर्समेंट की प्रभावी कार्यवाही की गई। कोविड मरीजों को समय पर बेहतर इलाज मिले, इसके मद्देनजर पीबीएम अस्पताल की सुविधाओं में लगातार इजाफा किया गया। यहां की बैड क्षमता 350 से बढ़ा कर एक हजार की गई। इसमें हाई फ्लो ऑक्सीजन के 600 बैड विकसित किए गए। राज्य सरकार के निर्देशानुसार यहां आवश्यक मानव संसाधन भी नियोजित किया गया।
मेहता ने बताया कि कोविड से मरने वाले असहाय मरीजों का ससम्मान अंतिम संस्कार करने की व्यवस्था भी राज्य सरकार के निर्देशानुसार की गई। कोविड अस्पताल में इलाजरत मरीजों को इंदिरा रसोई के माध्यम से निःशुल्क भोजन उपलब्ध करवाया गया। कोविड के दौरान अन्य बीमारियों के मरीजों का इलाज प्रभावित नहीं हो, इसके मद्देनजर ब्लाॅक स्तर पर मोबाइल ओपीडी वैन प्रारम्भ की गई। उन्होंने बताया कि माननीय मुख्यमंत्री की पहल पर प्रारम्भ मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अब कोविड को भी शामिल कर लिया गया है। इससे प्राइवेट अस्पतालों में भी मरीजों को निःशुल्क इलाज मिलने लगा है।
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ऑक्सीजन मैनेजमेंट के बारे में बताया
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान जिला कलक्टर ने जिले में ऑक्सीजन मैनेजमेंट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा जिले में आवश्यकता के अनुरूप ऑक्सीजन उपलब्ध करवाई जा रही है। इसका न्यायसंगत उपयोग सुनिश्चित करने तथा अपव्यय रोकने के लिए विभिन्न स्तर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को माॅनिटरिंग के लिए नियुक्त किया गया। वार्डों में ऑक्सीजन का अपव्यय रोकने के लिए नर्सिंग विद्यार्थियों को ऑक्सीजन मित्र के रूप में नियुक्त किया गया। इन सभी प्रयासों से प्रतिदिन प्रति मरीज ऑक्सीजन खर्च 4.3 सिलेण्डर से घटकर 2.3 सिलेण्डर हो गया।
ग्रामीण क्षेत्रों में किया डोर टू डोर सर्वे
जिला कलक्टर ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में भी संक्रमण की दर बढ़ी। इस पर प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से गांव-गांव में सर्वे अभियान चलाया गया। मेडिकल टीमों द्वारा अब तक तीन बार यह सर्वे किया जा चुका है। इससे सर्दी, जुकाम, खासी और आईएलआई प्रकृति के रोगियों का समय रहते चिन्हीकरण किया जा सका तथा समय पर दवाइयां प्रारम्भ की गई। उन्होंने बताया कि अब तक ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसे मरीजों को लगभग 40 हजार मेडिकल किटें वितरित की जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र की चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के प्रयास किए गए हैं। प्रत्येक ब्लाॅक मुख्यालय पर कोविड केयर सेंटर बनाए गए हैं। इनमें 25 से 30 बैड की व्यवस्था मय ऑक्सीजन की गई है।
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जिला कलक्टर ने बताया कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बचने के लिए प्रभावी रूपरेखा के तहत कार्य किया जा रहा है। प्रत्येक ब्लाॅक मुख्यालयों को ऑक्सीजन उपलब्धता की दृष्टि से आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। नए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट स्थापित किए जा रहे हैं। शिशु अस्पताल के सुदृढ़ीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीनेशन के लिए भी जिले में विशेष अभियान चलाया जा रहा है। देश भर में वैक्सीनेशन में राजस्थान अग्रणी है तथा बीकानेर भी प्रदेश के अग्रणी जिलों में शामिल है। इस स्तर को बनाए रखने की दिशा में सतत कार्य किया जाएगा।
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इन जिलों से की सीधी चर्चा
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान माननीय प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ के जांजगीर चाम्पा, हरियाणा के गुरुग्राम, केरल के अर्नाकुलम, महाराष्ट्र के अहमदनगर, आंध्र प्रदेश के पूर्वी गोदावरी, उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के जिला कलक्टर से सीधी चर्चा की। वहीं बीकानेर के जिला कलक्टर ने लगभग साढ़े आठ मिनट के प्रस्तुतीकरण में जिले में कोरोना प्रबंधन के क्षेत्र में हुए कार्यों के बारे में बताया।