पूर्व सांसद राहुल गांधी वर्तमान राजनैतिक परिस्थितियों पर एक ओर तो हर कोई टिप्पणी करने से अपने आप को वंचित रख रहा है तो एक ओर विरोधी गुट द्वारा अनेकों प्रहार किये जा रहे हैं। ऐसे में कहीं न कहीं संभवतः राहुल गांधी के ग्रहों और दशाओं का योग ही विकट व संकट की स्थिति में उसको नीचा दिखाने में जुटा है। भारत के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी के साथ जो घटना चक्र वर्तमान में हुआ इसको देख कर मन में विचार आया कि कहीं कोई ग्रहों का बुरा प्रभाव तो नही हैं। गुगल बाबा से सर्च करने पर राहुल गांधी की जन्म तारीख 18 जून 1970 को समय 21 बजकर 52 मिनट पर देश की राजधानी दिल्ली में होना बताया।
सरावली में लिखा हैं कि ’’जैसे अन्धकार में इष्ट पदार्थ का ज्ञान दीपक की सहायता से होता हैं। उसी प्रकार जीवन में आने वाले शुभ अशुभ समय का ज्ञान होरा शास्त्र से होता हैं। इस शास्त्र के फलादेश कथन में देवज्ञ ही समर्थ होते हैं। मकर लग्न की कुण्डली दूसरे भाव में राहू, मेष का शनि चतुर्थ भाव में, वृषभ का बुध पंचम भाव मे, मिथुन का सूर्य, मंगल छठे भाव में, कर्क का शुक्र सातवें भाव में, सिंह का केतु अष्टम भाव में, तुला का बृहस्पति दसम भाव में, वृश्चिक का चन्द्रमा एकादश भाव में विराजमान हैं। राहुल गांधी को चन्द्रमा की महादशा में सूर्य का अन्तर चल रहा हैं। दोनों का शडाश्टक योग बना हुआ हैं जो 26.04.2023 तक रहेगा। चं में सू.में षु.में ष.का सूक्ष्मतर दिनांक 11.04.2023 से 16.04. 2023 तक सूंक्ष्मतर रहेगा तथा 20.04.2023 तक बुध का सूक्ष्मतर रहेगा। बुध रोहिणी नक्षत्र में हैं जो चन्द्रमा का नक्षत्र हैं। चन्द्रमा नीच का एकादश भाव में होने से लाभ की बजाय हानि का संकेत दे रहा हैं।
सरावली के एकचत्वारिष अध्याय में लिखा गया हैं कि :-
रिपुभयविदेषगमनं बन्धनरोगादिपीडनं भवति।
नीचस्थग्रहपा के राजाविभवों घु्रवं पुसाम्।। 73।।
नीच ग्रह की दशा में, शत्रुभय, विदेश गमन, बन्धन 1⁄4कारावास1⁄2, रोगादि पीड़ा तथा राजा से तिरस्कार होता हैं। 16.04.2023 तक नीच का शनि परेशानियां उत्पन्न कर सकता हैं। छठे भाव से रोग, ऋण, शत्रु व संघर्ष का विचार किया जाता हैं। लग्न से छठे घर का स्वामी ग्रह शश्ठेष बुध जो पंचम भाव मे बैठा हैं जो रोग, शत्रु भय, बाधा या पदच्युति दिया करता हैं। त्रिकभवनों की गाथा में छठे घर का सूर्य राज दरबार की और हर तरह की शान–ओ–शौकत का कारक हैं लेकिन छठे घर मे सूर्य का यहा होना इस गुण को त्याग देता हैं। नवमांश कुंडली से देखा जाए तो दशम भाव में चन्द्र के साथ राहु है सूर्य शनि अष्टम में साथ बैठा हैं। शनि दृष्टि राहु व चन्द्रमा पर त्रिपाद दृष्टि दे रहा है। यहां पर भी शनि संसद की सदस्यता को समाप्त करने में आगे रहा हैं। अष्टक वर्ग में भी शनि कुम्भ राशि में 3 रेखा पर हैं। अगर अंकज्योति के आधार से देखें तो राहुल गांधी का जन्मांक 9 अंक बनता हैं। 9 अंक वालों के 6 अंक शत्रु हैं जिसमें थ्एव्एग् अक्षर आते हैं। अंक 5 अतिशत्रु हैं। अति शत्रु में म,छ नाम के अक्षर वालों से सावधान होकर रहना होगा।
राहुल गांधी को पछाड़ने–प्रताडित करने में व छवि को खराब करने में म, छ नाम के ही व्यक्ति होंगे। 26.04.2023 से मंगल की महादशा प्रारंभ होगी यह दशा शुभ होगी। 6 अप्रेल से शुक्र, 14 अप्रेल से सूर्य, 10 मई से मंगल, 31 मार्च से बुध, 21 अप्रेल से बृहस्पति अपना अच्छे प्रभाव से राहुल गांधी की राजनीति में सफलता, मुकदमे में विजय, शत्रुओं से निजात दिलाने व उन्हें का परास्त करने के संकेत बने हुए है। कुण्डली विश्लेषण से ज्ञात होता हैं कि राहुल की ग्रह स्थिति अप्रेल माह के मध्य से सुधार होना प्रारम्भ होगा। ऐसे में कोई दो राय नहीं है कि वे 2024 में पुनः लोकसभा का चुनाव भी लड़ सकते हैं। –ब्रजेश्वर लाल व्यास, ज्योतिषी, किकाणी व्यासों का चौक, बीकानेर, मो. 9461244520