जयपुर abhayindia.com प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बसपा सुप्रीमो मायावती के समर्थन वापसी को लेकर दिए बयान पर सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि उनका कमेंट करना स्वभाविक है। उन्होंने समर्थन वापसी पर विचार को कहा, लिया तो नहीं। मायावती का दर्द स्वाभाविक है, क्योंकि वो दलित नेता हैं और हमें बीएसपी का समर्थन मिलता रहेगा।
प्रेस वार्ता में सीएम गहलोत ने पीएम नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस प्रकार के देश में हालात चल रहे हैं, उससे देश चितिंत हैं। आजादी के बाद पहली बार ऐसी स्थिति बनी है कि लोकतंत्र खतरे में है। देश में ज्यूडिशरी, सीबीआई, इनकम टैक्स व अन्य विभाग दबाव में काम कर रहे।
गहलोत ने नोटबंदी पर प्रहार करते हुए कहा कि आरबीआई को दो साल लग गए, हिसाब देने में, जबकि बैंकों के हिसाब शाम तक खत्म हो जाते हैं। शासन में सिर्फ दो लोगों की चलती है। पीएमओ से दबाव आता है, सभी संस्थाओं को उसी प्रकार काम करना पड़ता है।
उन्होंने कहा कि मोदीजी जहां जा रहे हैं, वहीं किसी ना किसी बात पर राजस्थान के सीएम को टार्गेट कर रहे हैं। थानागाजी की घटना चुनाव के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है, ये दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने थानागाजी मामले में सीआई हटाया। एसपी हटाया। लाइन हाजिर किया।
आपको बता दें कि गाजीपुर में एक सभा में मोदी ने कहा था कि अलवर में एक दलित बेटी के साथ दो हफ्ते पहले कुछ दरिंदों ने सामूहिक बलात्कार किया, लेकिन राजस्थान में चुनाव थे। कांग्रेस सरकार और पुलिस इस केस को छिपाने और दबाने में जुट गई। ये जो बारी-बारी से अवार्ड वापसी गैंग थी, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि अलवर की बेटी के साथ बलात्कार होने पर भी आपकी अवार्ड वापसी गैंग क्यों सो गई है? क्यों चुप बैठी है?
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