








1 जनवरी शनिवार से नव वर्ष 2022 का शुभारंभ होगा। गत दो वर्षों से त्रासदी ओर अवसाद को झेलते हुए इसी आशा और विश्वास के जी रहे है कि कुछ तो सुकून भरी जिंदगी जीने का अवसर मिलेगा। दुर्भाग्य से ग्रह गत्यानुसार ऐसा होना मुमकिन होता नही प्रतीत हो रहा है। 12 नवम्बर की पिछली पोस्ट में आने वाली विभीषण संक्रमण की लहर के बारे में अवगत करा दिया था। शासन प्रशासन और आम जन के लिए सक्रमण 30 अप्रेल 2022 तक चुनौती भरा रहेगा। वैज्ञानिकों को मजबूर होकर वैक्सीन की सार्थकता के लिए नए प्रयोग करने पड़ेंगे। अन्यथा इस वैक्सीन से इस संक्रमण पर जीत करना मुश्किल ही जायेगा। ग्रह योगानुसार सारा विश्व इसकी चपेट में आएगा।मूल रूप से ग्रहयोगनुसार जून 2024 तक कोरोना नए–नए रूपों में विकसित होकर परेशानियां पैदा करेगा। हर चार माह में अपना रूप बदलेगा।
राजनीति के क्षेत्र में भारी बदलाव का योग बन रहा है। कई राज्यो में सत्ता परिवर्तन का योग। केंद्र सरकार के अहम निर्णयों से आमजन का विरोध मुखर होगा। सत्ता पक्ष और विरोधी पार्टियों के प्रमुख नेताओं के लिए कष्टदायी रहेगा। सरकार की आर्थिक नीतियों का परिणाम आशानुकूल नहीं रहेगा। बाजार में तेजी का योग बन रहा है। रियल स्टेट चमकेगा। आयात निर्यात में वृद्धि होगी।
प्राकृतिक प्रकोप के कारण पूरे विश्व में परेशानी होगी। भूकम्प, भूस्खलन ज्वालामुखी विस्फोट ओर आगजनी से जन–धन की हानि होगी। हवाई ओर रेल दुर्घनाएं बहुतायत में घटेगी। अवांछित वर्षा ओर सुनामी के आने से किसानों और आमजन को परेशानी होगी। धार्मिक और सामाजिक उन्माद के कारण साम्प्रदायिक दंगे होंगे। आतंकवादी हमलों से सावधान रहना जरूरी होगा। खेल जगत में भारत के वर्चस्व होगा। विज्ञान के क्षेत्र में भारत का नाम रोशन होगा। बेरोजगारी से कुछ हद तक राहत मिलने का योग बन रहा है। महिलाओं को सामाजिक और राजनीति में अच्छे अवसर मिलेंगे।
न्यायालय सरकार की नीतियों के खिलाफ स्वतः संज्ञान लेकर अविस्मरणीय निर्णय लेंगे। लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ मीडिया और प्रिंट मीडिया भी सरकार की गलत नीतियों विरुद्ध अपनी आवाज मुखर कर अपने दायित्वों का निर्वहन करेगा। यह प्रजातन्त्र के लिए शुभ संकेत होगा। –गिरवर प्रसाद बिस्सा, ज्योतिषाचार्य, 9413481194





