Saturday, May 4, 2024
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साइबर युग में मानव अधिकार विषय पर राष्‍ट्रीय सेमिनार, वक्‍ताओं ने कहा- सावधान रहना जरूरी

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बीकानेर Abhayindia.com राजकीय विधि महाविद्यालय बीकानेर में “साइबर युग में मानव अधिकार” विषय पर शुक्रवार को राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में मुख्य अतिथि आईपीएस देवेंद्र कुमार विश्नोई ने अपने उद्बोधन में साइबर अपराधों एवं उसके पीछे रहे कारणों के विषय में बताया। साथ ही विधि के विद्यार्थी किस तरह से समाज में जागरूकता लाकर साइबर अपराधों का निवारण कर सकते हैं इस पर भी उन्होंने प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि आने वाला समय डार्क वेब का समय है इसलिए सबको सावधान रहने की जरूरत है।

मुख्य वक्ता प्रोफेसर अमरपाल सिंह ने कहा कि हमारे संविधान में मानवाधिकारों को बहुत सुंदर तरीके से मौलिक अधिकारों के रूप में शामिल किया गया है। उन्होंने बताया की इन अधिकारों के प्रवर्तन का कर्तव्य राज्य पर डाला गया है किंतु राज्य के साथ ही हम सब की व्यक्तिगत जिम्मेदारी बनती है कि हम नए तरीके से घटित होने वाले इन साइबर अपराधों के प्रति जागरूक रहें और समाज को भी जागरूक करें।

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे एएच गोरी (अतिरिक्त संभागीय आयुक्त बीकानेर) ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि आज के समय में हम दो तरह की दुनिया में रह रहे हैं एक तो वह दुनिया जहां हम सब आपस में एक दूसरे को देख सकते हैं तथा दूसरी आभासी दुनिया जिसे साइबरस्पेस की दुनिया कहा जाता है। आज के समय में हम सबको इसी साइबरस्पेस की दुनिया में सतर्क रहने की आवश्यकता है। आज के युवा को अपने समय का महत्व समझते हुए इंटरनेट का उपयोग केवल अपने ज्ञान वृद्धि के लिए करना चाहिए। कार्यक्रम की सम्मानीय अतिथि डॉ आरती अनेजा ने भारत में घटने वाले साइबर अपराधों के नए प्रकारों के संबंध में विद्यार्थियों को बताया तथा उन्होंने शिक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय की संयुक्त पहल के माध्यम से आयोजित कवच 2023 के संबंध में भी विद्यार्थियों को अवगत करवाया।

सेमिनार के दौरान संकाय सदस्यों, रिसर्च स्कॉलर्स तथा विद्यार्थियों द्वारा साइबर युग में मानव अधिकारों के विषय पर पेपर प्रजेंट किए गए कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ भगवानाराम बिश्नोई ने अपने विचार प्रकट करते हुए कहा कि सभी को इस साइबर युग में सतर्क रहने की आवश्यकता है। इस तेजी से बढ़ते इंटरनेट युग में साइबर अपराधों की संख्या भी उतनी ही तेजी से बढ़ रही है इसलिए समाज को इस विषय पर चिंतन करना चाहिए तथा इस प्रकार के सेमिनार संगोष्ठी आदि आयोजित करवा कर इनके निवारण के उपाय करने चाहिए।

कार्यक्रम में सहायक निदेशक कॉलेज शिक्षा डॉ राकेश हर्ष, डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जीपी सिंह, स्थाई लोक अदालत के जज महेश शर्मा, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ बिट्ठल बिस्सा, राजकीय विधि महाविद्यालय सीकर के प्राचार्य डॉ डी एस थालोड, राजकीय विधि महाविद्यालय चूरू के प्राचार्य डॉ श्रवण कुमार सैनी, बीजेएस आर जैन विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अनंत किशोर जोशी, ज्ञान विधि महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ बीएल बिश्नोई, रिटायर्ड डीडीपी एमडी उपाध्याय शामिल हुए। कार्यक्रम का संचालन सेमिनार की आयोजन सचिव मीनाक्षी कुमावत द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में सभी अतिथियों को महाविद्यालय की सहायक आचार्य डॉक्टर कुमुद जैन तथा डॉ पूजा छींपा द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया गया।

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