







उदयपुर abhayindia.com प्रदेश की उच्च शिक्षा में अभूतपूर्व निर्णयों के लिए अलग पहचान स्थापित करने वाले मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय के नवनियुक्त कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने हाल ही में युवा प्रतिभाओं को सशक्त करने और विश्वविद्यालय को बोझिल परंपरा से मुक्त करने के लिए समस्त विश्वविद्यालयों के समक्ष नजीर प्रस्तुत करते हुए पारदर्शी निर्णय लिया है।
नए निर्णय के तहत मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में अब सेवानिवृत्ति के पश्चात कार्यरत 30 कर्मचारी 31 जनवरी के बाद काम नहीं कर पाएंगे। पे माइनस पेंशन योजना के तहत 30 गैर शैक्षणिक कर्मचारी सेवानिवृत्ति के बाद विश्वविद्यालय में काम कर रहे हैं। इनका कार्य करने का करार 31 जनवरी तक है लेकिन अब आगे इनका नवीनीकरण नहीं किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सेवानिवृत्ति के बाद विश्वविद्यालय में काम करने की वर्षों से परंपरा रही है। गत लंबे समय से युवा वर्ग को रोजगार में अवसर देने की मांग विभिन्न वर्गों की ओर से की जाती रही है, ऐसे में इस परंपरा को कुलपति प्रोफ़ेसर सिंह ने तोड़ने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है, जिसका उच्च शिक्षा के हितधारकों एवं जागरूक शिक्षाविदों ने स्वागत किया है।



