









इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने के बाद इमरान खान की ओर से रविवार देर रात राष्ट्र के नाम दिए गए अपने पहले भाषण में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों की झलक नजर आई। इमरान के भाषण में स्वच्छता, शिक्षा, काला धन, भ्रष्टाचार और पड़ोसी देशों से अच्छे संबंध जैसे कई मुद्दे शामिल थे।
भारत में जिस प्रकार पीएम मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान की नींव रखी। कुछ उसी तरह इमरान खान भी अपने भाषण में स्वच्छता पर जोर देते नजर आए। उन्होंने स्वच्छता को धर्म से जोड़ते हुए कहा है कि पूरे पाकिस्तान में स्वच्छता अभियान की शुरुआत की जाएगी, ताकि स्वच्छता और सुंदरता के मामले में यूरोपीय देशों का मुकाबला कर सके।
पीएम मोदी ने जहां 2020 तक हर गरीब के सिर पर छत यानी घर का लक्ष्य रखा है, कमोबेश इसी तरह इमरान ने भी सबको घर मुहैया कराने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि 50 लाख से कम बजट के घर बनाए जाएंगे, ताकि सबके सिर पर छत हो। खान ने कहा कि ये शर्म की बात है पीएम के बंगले में 524 कर्मचारी, 80 गाडिय़ां और 33 बुलेट प्रूफ गाडिय़ां है। इसके अलावा हेलीकॉप्टर और विमान भी हैं, जबकि आजादी के बाद देश की बड़ी आबादी के सिर पर अभी भी छत नहीं है।
पाक पीएम इमरान खान ने अपने भाषण में माना है कि पाकिस्तान की तरक्की के लिए पड़ोसी मुल्कों से संबंध सुधारने होंगे। खान ने कहा कि जरूरत शांति की है, इसके बिना हम पाकिस्तान की स्थिति नहीं सुधार सकते। हालांकि उन्होंने अपने भाषण में भारत सहित किसी भी अन्य पड़ोसी देश का नाम नहीं लिया। इमरान खान ने कहा कि यदि पाकिस्तान की दिशा नहीं बदली तो उसका विनाश तय है।
इमरान खान के भाषण से यह भी साफ लग रहा है कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी। इसके लिए उन्होंने देश की जनता का साथ मांगा है। पीएम मोदी को अप्रवासी भारतीयों को देश में निवेश करने के लिए प्रेरित करते हुए सुना होगा। इसी तरह पाकिस्तान के पीएम भी देश के आर्थिक हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए दिखे। उन्होंने कहा कि विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी देश में पैसा भेजें, यहां के बैकों में रखे, ताकि देश को डॉलर की कमी से निजात दिलाने में मदद मिले।
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