







भोपाल Abhayindia.com प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यप्रदेश के भोपाल में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए समान नागरिक संहिता पर जोर देते हुए तीन तलाक का मामला उठाया। मोदी ने कहा कि अगर तीन तलाक इस्लाम का जरूरी अंग है तो पाकिस्तान, कतर, जॉर्डन, इंडोनेशिया जैसे देशों में इसको बंद क्यों कर दिया। उन्होंने कहा कि एक घर में एक सदस्य के लिए एक कानून हो और दूसरे के लिए दूसरा तो घर चल पाएगा क्या? उन्होंने कहा कि ऐसी दोहरी व्यवस्था से देश कैसे चल पाएगा?
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि हमें इस विषय का अध्ययन करना चाहिए। मुझे लगता है कि जो भी तीन तलाक के पक्ष में बात करते हैं, जो भी इसकी वकालत करते हैं… वो वोट बैंक के भूखे लोग मुस्लिम बेटियों के साथ बहुत बड़ा अन्याय कर रहे हैं। उस परिवार की स्थिति की कल्पना कीजिए जिन्होंने अपनी बेटी की शादी करके विदा किया और वह 10 साल बाद वापस आ गई। तीन तलाक से केवल बेटियों पर अन्याय नहीं होता… इससे पूरे परिवार तबाह हो जाते हैं।
उन्होंने कहा किमुस्लिम बहुल देशों ने भी तीन तलाक पर प्रतिबंध लगा दिया है। मैं परसों मिस्र में था। मिस्र में 90% से ज्यादा लोग सुन्नी समुदाय के हैं। उन्होंने 80-90 साल पहले तीन तलाक को खत्म कर दिया था। अगर तलाक इस्लाम का जरूरी अंग है, तो इन देशों में तीन तलाक क्यों नहीं है? कतर, जॉर्डन, पाकिस्तान, बांग्लादेश, इंडोनेशिया में तीन तलाक क्यों नहीं है?
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के मुसलमान भाई–बहनों को ये समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल उनको भड़का कर उनका राजनीतिक फायदा ले रहे हैं। हम देख रहे हैं कि यूनिफॉर्म सिविल कोड के नाम पर ऐसे लोगों को भड़काने का काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान भी सभी लोगों को समान अधिकारों की गारंटी देता है। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट भी समान नागरिक संहिता पर जोर दे रहा है। लेकिन, ये वोट के भूखे लोग गुमराह कर रहे हैं।
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