अजमेर Abhayindia.com प्रदेश के अजमेर में बहुचर्चित मौलाना मोहम्मद माहिर हुसैन के मर्डर के मामले में पुलिस चौंकाने वाले खुलासे कर रही है। पुलिस के अनुसार, मौलाना की हत्या नकाबपोश बदमाशों ने नहीं, बल्कि छह नाबालिगों ने की थी। मोबाइल पर अश्लील वीडियो दिखाकर मौलाना मदरसे में बच्चों से कुकर्म करता था। ऐसे में उसकी यातनाओं और घिनौने कारनामों से तंग आकर छह नाबालिगों ने उसका मर्डर कर दिया। पुलिस के अनुसार, बाल अपचारियों ने वारदात अंजाम देने से पहले मौलाना को रायते में नींद की गोलियां घोलकर पिला दी। फिर सोते हुए मौलाना के सिर पर ताबड़तोड़ डंडे दे मारे। मौलाना ने उठने का प्रयास किया तो सभी ने मिलकर उसके गले में रस्सी का फंदा कस दिया।
पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र कुमार विश्नोई ने बताया कि मौलाना मोहम्मद माहिर हुसैन की हत्या मस्जिद के मदरसे में पढ़ने वाले यूपी के छह विधि से संघर्षरत बालकों ने अंजाम देना स्वीकार किया। उनकी निशानदेही पर वारदात में इस्तेमाल रस्सी, इमाम का मोबाइल बरामद कर लिया। वारदात में 6 से 16 साल तक के बाल अपचारी शामिल हैं, जो वारदात के बाद मनगढ़ंत कहानी से पुलिस को गुमराह करते रहे थे। विश्नोई ने बताया कि वारदात में तमाम तथ्यों को खंगालने के बाद चश्मदीद बच्चों को दायरे में लेकर पड़ताल की तो वारदात खुल गई। दो बालअपचारी ने वारदात अंजाम देना कबूल लिया। पूछताछ में बताया कि मौलाना माहिर 5 बालकों के साथ दो साल से अश्लील वीडियो दिखाकर कुकर्म कर रहा था।
बाल अपचारियों ने 26 अप्रेल को मौलाना की हत्या के लिए पहले रेट पॉयजन लाने का षड़यंत्र रचा लेकिन मेडिकल स्टोर से नींद की गोलियां खरीद पाए। उस दिन मौलाना रात 10 बजे बाहर खाना खाकर लौटा। उन्होंने रायते में नींद की गोलियां मिलाकर उसे रायता पिला दिया। जिससे कुछ देर में मौलाना को नींद आ गई। उन्होंने मस्जिद के कबाड़ में रखा डंडा उठाकर मौलाना के सिर में दे मारा। मौलाना ने उठकर बचने का प्रयास किया तो सबने मिलकर उसके गले में रस्सी का फंदा डालकर सांस बंद होने तक कसे रखा। मौत की तस्दीक के बाद बच्चों ने पुलिस और अन्य को बताई जाने वाली कहानी रची।