बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। पहले पत्रकारिता और फिर राजनीति के माध्यम से समाज को अपना अहम् योगदान देने वाले ललित कुमार आजाद का अंतिम संस्कार सोमवार को यहां जस्सूसर गेट स्थित मोक्षधाम में किया गया। आजाद की अंतिम यात्रा उनके पैतृक निवास कीकाणी व्यासों का चौक से रवाना हुई। आजाद का रविवार देर रात जयपुर में निधन हो गया था। 88 वर्षीय आजाद की अंतिम यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रबुद्धजन शामिल हुए। आजाद को मुखाग्नि उनके ज्येष्ठ पुत्र सेवानिवृत्त वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी किसन कुमार व्यास (आजाद) ने दी।
इससे पहले जयपुर से बीकानेर पहुंचते ही सबसे पहले ललित कुमार आजाद का शव वाहन स्थानीय गांधी पार्क लाया गया। यहां कांग्रेस पार्टी का समरसता को लेकर उपवास का कार्यक्रम चल रहा था। इस दौरान वहां उपस्थित कांग्रेस नेता शंकर पन्नू, पूर्व मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला, विधायक भंवर सिंह भाटी, पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, देहात कांग्रेस अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत, गोविंद मेघवाल, हीरालाल हर्ष सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजनों ने आजाद के शव पर पुष्पांजलि अर्पित कर शोक संवेदना व्यक्त की। डॉ. कल्ला ने आजाद को निष्पक्ष पत्रकारिता का पुरोधा बताते हुए कहा कि उन्होंने न केवल पत्रकारिता, बल्कि राजनीति के माध्यम से भी समाज की सेवा में अपना अहम् योगदान दिया। उन्होंने बीकानेर से पहली बार दैनिक कलम समाचार-पत्र निकाला। इसके माध्यम से उन्होंने जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर जन मानस में नई चेतना का संचार किया।
आजाद की अंतिम यात्रा में डॉ. बी. डी. कल्ला, वरिष्ठ भाजपा नेता रिखबदास बोड़ा, पूर्व सभापति चतुर्भुज व्यास, एडवोकेट आर. के. दास गुप्ता, हीरालाल हर्ष, बाबू जयशंकर जोशी, प्रेमरतन जोशी, वरिष्ठ पत्रकार श्याम शर्मा, दीपंचंद सांखला, दिलीप भाटी, मोहन शर्मा, बी. जी. बिस्सा, नीरज जोशी, सुरेश बोड़ा, सूरज पारीक, साहित्यकार बुलाकी शर्मा, राजेन्द्र जोशी, मदन मोहन व्यास ‘एसपी’, नरेंद्र नाथ पारीक, सामाजिक कार्यकर्ता अनिल कुमार पुरोहित सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन शामिल हुए।
नहीं मिल पाने का मलाल : गहलोत
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वरिष्ठ पत्रकार ललित कुूमार आजाद के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने आजाद के पुत्र किसन कुमार व्यास को ढांढ़स बंधाते हुए शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आजाद ने पत्रकारिता और राजनीति के माध्यम से जो समाज व देश की सेवा की वो हमेशा अविस्ममरणीय रहेग। गहलोत ने ने यह भी कहा कि अंतिम समय में उनसे नहीं मिल पाने का मलाल है।
कठिन दौर में पेश की मिसाल
प्रतिष्ठित एवं मूर्धन्य लेखक मुरलीधर व्यास के पुत्र ललित कुमार आजाद ने ऐसे दौर में पत्रकारिता की, जब संसाधनों का नितांत अभाव हुआ करता था। ऐसे संघर्ष के समय दैनिक समाचार-पत्र का प्रकाशन करना कोई आसान बात नहीं थी। स्थानीय जोशीवाड़ा में उनका कार्यालय था। उनके मार्गदर्शन में कई पत्रकार तैयार हुए। विद्यार्थी जीवन से ही किसी भी प्रकार के मतवाद और वैचारिक संकीर्णता से मुक्त ललित कुमार आजाद राजस्थान सीमांत पत्रकार संघ के संस्थापक अध्यक्ष थे। वे वर्ष 1964 से 68 तक इसके अध्यक्ष रहे। वर्ष 1966 में आजाद ने बतौर संपादक ‘दैनिक कलमÓ समाचार-पत्र का प्रकाशन किया। साठ के दशक में जयपुर से निकलने वाले सोलह पृष्ठीय लोकप्रिय साप्ताहिक समाचार-पत्र ‘गणराज्यÓ में चीफ एडिटर रहे आजाद ने पत्रकारिता के आदर्श मूल्यों की स्थापना की। इसके अलावा जयपुर से ही प्रकाशित दैनिक समाचार-पत्र लोकवाणी, नवयुग, कोलकाता से प्रकाशित विश्वामित्र के माध्यम से भी उन्होंने निष्पक्ष पत्रकारिता की मिसाल पेश की। वर्ष 1985 में उनका झुकाव राजनीति के क्षेत्र में हो गया। वे 85 से 92 तक बीकानेर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाडिय़ा, हरिदेव जोशी से उनके गहरे संबंध थे। कलम के धनी आजाद की पत्रकारिता के साथ-साथ साहित्य लेखन में भी गहरी रूचि थी। उनके हिन्दी उपन्यास ‘उजलीÓ तथा खान अब्दुल गफ्फार खान पर लिखी पुस्तक बहुत लोकप्रिय हुई।
इन्होंने भी जताया शोक
पूर्व मंत्री राजेन्द्र पारीक ने भी आजाद को निडर पत्रकार व निष्ठावान राजनीतिक कार्यकर्ता बताते हुए उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। इसी तरह वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष ललित कुमार आजाद के निधन पर विधायक डॉ. गोपाल जोशी, विधायक मानिकचंद सुराना, डॉ. तनवीर मालावत, भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, जियाउर रहमान, नितिन वत्सस, राजस्थान पत्रकार सम्पादक संघ के महामंत्री आर. के. जैन, पूर्व मंत्री गुरमीत कुन्नर, चूरू कांग्रेस जिलाध्यक्ष भंवरलाल पुजारी, श्रींगगानगर अध्यक्ष संतोष सहारण, हनुमानगढ़ जिलाध्यक्ष के. सी. विश्नोई, जिला प्रमुख सुशीला सींवर, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनीता गौड़, जमना बारूपाल, सुषमा बारूपाल, गुलाम मुस्तफा, मकसूद अहमद, निगम में प्रतिपक्ष नेता जावेद पडि़हार, शशिकला राठौड़, गजेन्द्र सांखला, राजेश आचार्य सहित अनेक कांग्रेसजनों ने भी आजाद के निधन पर शोक जताया है।