Saturday, November 23, 2024
Homeबीकानेरघुटनों के दर्द से पीडि़त हैं चार करोड़

घुटनों के दर्द से पीडि़त हैं चार करोड़

Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad Ad
माहेश्वरी धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. दीपक सैनी का सम्मान करते प्रबुद्धजन। फोटो : संजय बोड़ा
माहेश्वरी धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम में डॉ. दीपक सैनी का सम्मान करते प्रबुद्धजन। फोटो : संजय बोड़ा

बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। शैल्बी हॉस्पिटल जयपुर के घुटना प्रत्यारोपण सर्जन डॉ. दीपक सैनी ने कहा है कि देश में घुटनों के दर्द से परेशान लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। एक अनुमान के मुताबिक वर्तमान में देश में करीब चार करोड़ लोग इससे पीडि़त है। डॉ. सैनी ने यह जानकारी रविवार को यहां पीबीएम अस्पताल के पास स्थित माहेश्वरी धर्मशाला में आयोजित चिकित्सा शिविर के बाद हुए एक सम्मान समारोह में दी।

डॉ. सैनी ने इस अवसर पर कहा कि घुटना दर्द से बचने के लिए हमें प्रतिदिन कम से कम चार किलोमीटर पैदल चलना चाहिए। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में घुटना प्रत्यारोपण का ऑपरेशन भी बहुत आसान हो गया है। वे खुद अब तक सात हजार से ज्यादा ऐसे ऑपरेशन कर चुके हैं। इससे पहले नागरिक परिषद और माहेश्वरी धर्मशाला प्रबंधन की ओर से निशुल्क शिविर आयोजित किया गया। शिविर में डॉ. सैनी ने घुटना दर्द से पीडि़त करीब सौ से ज्यादा लोगों को चिकित्सा परामर्श दिया। शिविर के बाद आयोजित समारोह में अनेक गणमान्य जनों ने डॉ. सैनी का साफा, शॉल ओढ़ाकर व प्रतीक चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। समारोह में मुख्य अतिथि नगर विकास न्यास के अध्यक्ष महावीर रांका ने कहा कि यह बात सही है कि वर्तमान में घुटनों से पीडि़त लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में डॉ. सैनी जैसे चिकित्सकों को चाहिए कि वो कमजोर तबके के लोगों के लिए बीकानेर में समय-समय पर शिविर आयोजित करें ताकि उन्हें सेवा का लाभ मिल सके।

समारोह में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष नंदकिशोर सोलंकी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, फूसराज पंवार, वरिष्ठ कांग्रेस नेता माशूक अहमद, नागरिक परिषद के त्रिलोक चंद गहलोत, कांग्रेस नेता गोपाल गहलोत, गुलाब गहलोत, बीकानेर बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष किसन सांखला, सत्यनारायण पंवार, डॉ. सतीश कच्छावा आदि ने भी डॉ. सैनी की चिकित्सकीय सेवाओं की सराहना करते हुए उनका सम्मान किया तथा बीकानेर में आगे भी इस तरह के चिकित्सा शिविर आयोजित कराने का अनुरोध किया।

Ad Ad Ad Ad Ad Ad
Ad
- Advertisment -

Most Popular