







स्पोर्ट्स डेस्क : मुंबई इंडियंस ने पांचवी बार आईपीएल खिताब जीत लिया है. आईपीएल 2020 के फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स (Delhi Capitals) को पांच विकेट से हराकर मुंबई ने इतिहास रच दिया। जीत के लिए मिले 157 रन के लक्ष्य को मुंबई ने कप्तान रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के अर्धशतक (68) के बूते पांच विकेट गंवाकर 18.4 ओवर में हासिल कर लिया। दिल्ली ने श्रेयस अय्यर (65 नाबाद) की फिफ्टी के बूते सात विकेट पर 156 रन बनाए थे। मुंबई ने इस सीजन में दिल्ली को सभी चारों मैचों में हराया। उसने पिछले सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स को भी चारों मैचों में मात दी थी. मुंबई ने लगातार दूसरी बार खिताब जीता है। इससे पहले चेन्नई सुपरकिंग्स ने यह कारनामा किया था।
मुंबई की धांसू ओपनिंग
157 रन के लक्ष्य का पीछा रोहित शर्मा और क्विंटन डीकॉक के शानदार अंदाज में किया. रोहित ने आर अश्विन द्वारा किए गए पहले ही ओवर में छक्का लगाया. फिर डीकॉक ने दूसरे ओवर में कगिसो रबाडा की गेंदों पर दो चौके और एक छक्का लगाकर 18 रन बटोरे। रोहित ने चौथे ओवर में एनरिख नॉर्खिया की गेंदों पर चौका-छक्का लगाया। ऐसे में चार ओवर में ही मुंबई ने 45 रन बना डाले। मार्कस स्टोइनिस ने पांचवें ओवर की पहली ही गेंद पर डीकॉक को विकेट के पीछे कैच करा दिया. डीकॉक ने 12 गेंद में 20 रन बनाए।
रोहित की कप्तानी पारी
तीसरे नंबर पर आए सूर्यकुमार ने आते ही स्टोइनिस को चौका और छक्का लगाया. मुंबई ने पावरप्ले की समाप्ति एक विकेट पर 61 रन के साथ की। इसके बाद रोहित ने प्रवीण दुबे के ओवर में लगातार दो छक्के जड़े। 10 ओवर में मुंबई ने 88 रन बना लिए थे। लेकिन कुछ देर बाद ही सूर्यकुमार यादव रन आउट हो गए. उन्होंने रोहित शर्मा की कॉल पर ध्यान नहीं दिया और अपनी क्रीज में ही खड़े रहे। ऐसे में रोहित को बचाने के लिए उन्होंने खुद का विकेट कुर्बान कर दिया। रोहित ने कगिसो रबाडा की गेंद पर चौका लगाकर फिफ्टी पूरी की. उन्होंने 36 गेंद में 50 रन पूरे किए।
दिल्ली की पारी का हाल
इससे पहले श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत के अर्धशतकों की मदद से दिल्ली कैपिटल्स ने सात विकेट पर 156 रन का सम्मानजनक स्कोर बनाया. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिए उतरी दिल्ली का स्कोर एक समय तीन विकेट पर 22 रन था लेकिन इसके बाद अय्यर (50 गेंदों पर नाबाद 65 रन, छह चौके, दो छक्के) और पंत (38 गेंदों पर 56 रन, चार चौके, दो छक्के) ने चौथे विकेट के लिए 96 रन जोड़कर स्थिति संभाली. बोल्ट ने 30 रन देकर तीन और नाथन कुल्टर नाइल ने 29 रन देकर दो विकेट लिए. दिल्ली ने अंतिम तीन ओवरों में केवल 20 रन बनाए. पिच से उछाल मिल रही थी और दिल्ली के बल्लेबाज शुरू में उससे सामंजस्य नहीं बिठा पाये. उसने पहले चार ओवर में ही मार्कस स्टोइनिस, अजिंक्य रहाणे और शिखर धवन के विकेट गंवा दिए थे. बोल्ट पिछले मैच में चोटिल हो गए थे लेकिन पूरी तरह से फिट होकर नई गेंद संभाली और पहली गेंद पर ही स्टोइनिस को विकेटकीपर क्विंटन डीकॉक के हाथों कैच कराकर दिल्ली के दांव का दम निकाल दिया।
पंत-अय्यर ने दिल्ली को दिया सहारा
इसके बाद उन्होंने नए बल्लेबाज रहाणे (दो) को भी विकेट के पीछे कैच कराया जबकि राहुल चाहर की जगह टीम में लिए गए जयंत यादव (25 रन देकर एक) ने धवन (15) को बोल्ड करके अपने चयन को सही साबित किया. अय्यर और पंत ने पारी संवारने का बीड़ा उठाया. इस बीच अय्यर जब 14 रन पर थे तब इशान किशन ने कवर पर उनका मुश्किल कैच छोड़ा. पूरे आईपीएल में रन बनाने के लिए जूझने वाले पंत ने शुरू में टिककर खेलने को प्राथमिकता दी और स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दिया. दसवें ओवर में जब क्रुणाल पंड्या गेंदबाजी के लिए आए तो पंत ने दो गगनदायी छक्कों से उनका स्वागत किया. इसके कारण रोहित शर्मा को बुमराह को गेंद सौंपनी पड़ी थी।
आखिरी ओवरों में बड़े रन बनाने में नाकाम
रोहित ने गेंदबाजी में लगातार बदलाव किए लेकिन इन दोनों की एकाग्रता भंग करना मुश्किल था. अय्यर ने पोलार्ड पर अपनी पारी का पहला छक्का लगाया. पंत ने कुल्टर नाइल पर फाइन लेग पर चौका लगाकर इस सत्र का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया. इसी ओवर में उन्होंने हालांकि आसान कैच देकर अपना विकेट इनाम में दिया. लेकिन अय्यर टिके रहे. उन्होंने 40 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया लेकिन बोल्ट ने दूसरे स्पैल में आकर शिमरोन हेटमायर (पांच) को नहीं टिकने दिया जिससे दिल्ली की डैथ ओवरों की रणनीति भी गड़बड़ा गई.



