जयपुर/चूरू Abhayindia.com चूरू जिले के राजगढ़ थाना प्रभारी विष्णुदत्त विश्रोई की आत्महत्या का राज उनके मोबाइल की कॉल डिटेल से खुलने की संभावना जताई जा रही है। सूत्रों का कहना है कि विष्णुदत्त की एक से तीन माह तक की मोबाइल कॉल डिटेल निकलवाई जाएगी। इसके अलावा रोजनामचा में डाली गई रपट पर भी जांच में काफी मददगार साबित हो सकती है।
इस बीच पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि विष्णुदत्त विश्रोई की आत्महत्या मामले की जांच क्राइम ब्रांच के आईपीएस विकास शर्मा रहे हैं। चूंकि यह मामला गंभीर है इसलिए बारीकी से जांच की जा रही है। उन्होंने आगामी 4-5 दिनों में जांच पूरी करने के भी निर्देश दिए हैं। वहीं, एएसपी भरतराज के अनुसार, घटना के दिन ही थानाप्रभारी विश्नोई के दोनों मोबाइल बरामद कर लिए गए थे। उनको रिकॉर्ड में लेकर सील कर दिया गया है। मामले की जांच कर रहे अधिकारी ही मोबाइल की कॉल डिटेल खंगालेंगे।
इधर, थानाप्रभारी विश्नोई के एडवोकेट मित्र गोवर्धन सिंह ने सोशल मीडिया पर लाइव आकर आत्महत्या मामले में गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विश्नोई की बातों को गंभीरता से नहीं लिया गया। विश्नोई पिछले कई दिनों से प्रताडि़त थे। गोवर्धन सिंह ने आरोप लगाया कि उनको पुलिस थाने से बाहर नहीं जाने के भी आदेश दिए गए थे। बार-बार उन्हें तोडऩे की कोशिश की, लेकिन वे डरे नहीं। विश्नोई ने अपने जवानों को लाइन हाजिर नहीं करने की हाथ जोड़कर अनेक मिन्नतें कीं तथा कानून व्यवस्था का वास्ता भी दिया। यहां तक कि गश्त के दौरान लॉकडाउन की अवहेलना करने वालों को समझाना भी उनकी शिकायत बन गई। सिंह ने सोशल मीडिया पर मामले में बिंदूवार चर्चा के साथ स्थानीय राजनेताओं एवं पुलिस के आला अधिकारियों पर जमकर आरोप भी जड़े।
चूरू की पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम का कहना है कि उनकी तरफ से किसी प्रकार का नोटिस या चार्जशीट नहीं दी गई है, यह बात सही नहीं है।