Friday, April 26, 2024
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नॉलेज : कोरोना (Covid-19) से कैसे बचें, बता रहे हैं डॉ. अबरार पंवार…

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वैश्विक महामारी कोरोना (कोविड-19) ने चीन के वुहान शहर से शुरू होकर धीरे-धीरे पूरे विश्व को अपने आगोश में ले लिया है, इससे भारत भी अछूता नहीं रहा।

यह एक संक्रामक (वायरल) रोग है, जो मनुष्य से मनुष्य में तेजी से फैल रहा है। आज दिनांक तक इसका कोई टीका या पुष्ट दवा का आविष्कार नहीं हुआ है, इसलिये फिलहाल बचाव ही इसका उपचार है। कोरोना वायरस अभी तक पूरे विश्व में लाखों लोगों की जान ले चुका है। जनवरी 2019 में चीन ने पहली दफा विश्व स्वास्थ्य संघठन को सूचित किया की कोविड-19 नाम के वायरस से मनुष्य से मनुष्य में संक्रमण हो सकता है।

कोरोना वायरस कैसे फ़ैलता है?

किसी भी संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने अथवा बात करते वक्त सूक्ष्म कण (ड्रॉप लेट्स) से अन्य व्यक्ति को हवा से हवा में सांस द्वारा अथवा संकृमित हाथों या सतह से अन्य व्यक्ति में फैल सकता है। एक संक्रमित व्यक्ति अगर जाने या अनजाने में लोगो से मिलता रहे तो एक महीने में ही वो समाज में करीब 400 से अधिक लोगों को संक्रमित कर सकता है।

विंडो (इन्क्यूबेशन ) पीरियड…

किसी संक्रमित व्यक्ति से संक्रमित होने के पश्चात इस रोग के लक्षण उत्पन होने तक जो समय लगता है उसे विंडो पीरियड कहते हैं, कोरोना वायरस में यह 2 से 14 दिन है, कई व्यक्तियों में 28 दिन तक इसके कोई लक्षण नहीं दिखाई देते। लेकिन, चिंता की बात यह है कि वो व्यक्ति बिना किसी लक्षण के भी तब तक दूसरों को अनजाने में संक्रमित कर सकता है।

कोविड-19 के लक्षण…

तेज बुखार

गले मे दर्द

सूखी खांसी

न्यूमोनिया होने पर छाती में दर्द व सांस लेने में तकलीफ होना

कई व्यक्तियो में नए लक्षण भी देखने को मिले हैं। पहले से अन्य रोगों से ग्रसित रोगी अथवा कम रोग प्रतिरोधकता वाले लोगों में यह शरीर के अन्य अंगों पर असर करता है और गंभीर होने पर उससे मौत भी हो सकती हैं।

कोरोना वायरस से बचाव के तरीके…

चूँकि फिलहाल इस वायरस की कोई दवा अथवा वैक्सीन उपलब्ध नही है, इसलिए अभी तक इससे बचना ही इसका कारगर उपचार है। इसके लिए साफ सफाई का विशेष ख्याल रखें, घर में ही रहना, भीड़-भाड़ से बचना, बार-बार हाथों को साबुन पानी से कम से कम बीस सेकंड तक अच्छी तरह धोना, अति आवश्यक कार्य से बहार जाना पड़े तो मुँह पर मास्क लगाकर ही निकलना, किसी भी सतह से संपर्क में आने पर हाथों को सैनिटाइजर से साफ करना, दूसरे लोगों से कम से कम छह फ़ीट की दूरी रखना और सतर्क रहना। कोई भी व्यक्ति अगर अन्य देश, अन्य राज्य अथवा रेड जोन से आया है तो 14 दिन तक अपने घर में गंभीरता से क्वारंटाइन रहें एवं लोगों से दूरी बनाए रखें, साथ ही इस रोग के उपरोक्त कोई भी लक्षण दिखलाई देने पर जिम्मेदार नागरिक की तरह तुरंत चिकित्सा विभाग अथवा कंट्रोल रूम पर सूचना देना आवश्यक हो ताकि स्वयं के साथ साथ अपने परिवार और समाज को बचाया जा सके।

इसके अलावा छींकते समय अपनी बायें हाथ की कोहनी पर अथवा टिश्यू पेपर का प्रयोग करें जिसे उपयोग पश्चात नष्ट कर देवें। अपनी रोग प्रतिरोध झमता को बढ़ाने के लिए अच्छा खाना खाएं, विटामिन सी युक्त फल लें, भरपूर नींद लेवें और  नियमित योग अथवा शारीरिक व्यायाम करते रहे और घर पर सुराक्षित रहते हुए सकारात्मक सोच के साथ खुश रहे।

कोरोना वायरस का इलाज…

पूरे विश्व के साथ-साथ भारत मे भी इस रोग से संक्रमित रोगियों का फिलहाल सिम्प्टोमैटिक इलाज व मलेरिया और अन्य दवा से किया जा रहा है, काफी संख्या में रोगी ठीक भी हो रहे हैं फिर भी 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के रोगी, डायबिटीज, उच्‍च रक्तचाप, हृदय रोगी और अन्य गम्भीर रोगों से ग्रसित रोगियों की मृत्यु भी हो रही है। जब तक इसका कोई वैक्सीन अथवा कारगर उपचार ना आ जाये तब तक हमें बचाव यानी कोरोना के साथ जीना सीखना ही पड़ेगा।

पूरी दुनिया के चिकित्सक और वैज्ञानिक इसके वैक्सीन की खोज के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रहे हैं जिसमे भारत भी शामिल हैं। हमारे देश में केंद्र और राज्य सरकार इस रोग पर रोकथाम और लोगों का जीवन कैसे बचाया जा सके, उसके लिए पूरा प्रयास कर रही है इसलिए हम सब को सरकार के दिशा-निर्देशों का गंभीरता से पालन करना चाहिए।

जो इससे डर गया, समझो वो इससे बच गया। आप सब सकारात्मक रहते हुए दुआ करें कि इस अदृश्य जंग में हमारे देश को विजय प्राप्त हो। -डॉ. अबरार पँवार, बीकानेर

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