बीकानेर Abhayindia.com शारीरिक स्वास्थ्य की तरह ही मानसिक स्वास्थ्य भी बहुत महत्वपूर्ण है और यह हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करता है। मानसिक रूप से अस्वस्थ होने पर हमारा तनाव बढ़ता है और व्यवहार में चिड़चिड़ापन आ जाता है जिससे हमारे कार्य क्षमता और गुणवत्ता दोनों कम होती है।
वर्तमान में हर पांच में से एक व्यक्ति मानसिक रूप से अस्वस्थ है अकेले भारत में लगभग 15 करोड लोग मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है जिनमें से 80 प्रतिशत लोगों को पता ही नहीं होता जिसके कारण वह इसका इलाज भी नहीं ले पाते है।
वरदान हॉस्पिटल के मनोचिकित्सक डॉ सिद्धार्थ असवाल ने वरदान हॉस्पिटल में आयोजित संगोष्ठी में बताया कि हर वर्ष की भांति 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर मानसिक रोगों के प्रति लोगों की भ्रांतियां एवं उनके प्रति लापरवाही के कारण होने वाले दुष्प्रभाव गंभीर मानसिक बीमारियों से बचने के लिए जन मानस में जागरूकता फैलाने के लिए इस दिन विशेष अवेयरनेस एवं जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
इस बार विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कार्य स्थल पर मानसिक स्वास्थ्य को लेकर गहन चिंता व्यक्त की है । क्योंकि कार्यस्थल पर अगर व्यक्ति को भेदभाव, कलंक, उत्पीड़न, खराब कार्य, अत्याधिक कार्य, नकारात्मक माहौल, क्षमता के अनुरूप कार्य नहीं मिलता है एवं बहुत ज्यादा कार्य, असुरक्षित वातावरण, नींद की कमी आदि के कारण व्यक्ति कार्य स्थल पर गंभीर मानसिक समस्या से गिर जाता हैं जिससे व्यक्ति की उत्पादकता और क्वालिटी दोनों की कम होती है। वही और अगर कार्यस्थल पर सकारात्मक माहौल क्षमता के अनुसार कार्य दिया जाए। वर्किंग समय फिक्स किया जाए और सुरक्षित वातावरण रखा जाए तो व्यक्ति के मन में पॉजिटिव एवं सकारात्मक विचार आते हैं जिससे उनकी उत्पादकता और गुणवत्ता दोनों बढ़ जाती है।
कार्यस्थल पर तनाव कम करने के लिए उपाय
1. समय प्रबंधन- कार्यस्थल पर तनाव कम करने में टाइम मैनेजमेंट एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। अगर अपने कार्यस्थल पर समय के साथ काम को व्यवस्थित किया जाए तो बहुत बड़े तनाव से बचा जा सकता है।
2. घर और कार्यालय में सकारात्मक माहौल तनाव कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। सकारात्मक विचारों से ब्रेन के अंदर सेरोटोनिन और डोपामिन रिलीज होते हैं जो हमारे तनाव को काम करता है।
3. व्यायाम योग ओर मेडिटेशन से शरीर में प्रॉपर ऑक्सिजनेशन होता है और एंडोर्फिन रिलीज होते हैं जो तनाव को काम करते हैं।
4. संतुलित आहार लेने से हमारे शरीर में प्रोटीन फैट और कार्बोहाइड्रेट मिनरल्स की पूर्ति होती है जो हमारे तनाव को कम करते हैं और शारीरिक दक्षता बढ़ाते हैं।
5. प्रत्येक व्यक्ति को 6 से 8 घंटे की साउंड स्लिप लेनी चाहिए जो हमारे तनाव को कम करने के लिए बहुत आवश्यक है। अनिद्रा के कारण हमारे मानसिक तनाव और अधिक बढ़ जाता है।
6. सोशल मीडिया का सीमित उपयोग करना चाहिए। बहुत ज्यादा सोशल मीडिया का उपयोग करने पर तनाव बढ़ता है जो अंततः हमारे कार्य स्थल के तनाव को और बढ़ा देता है।
7. रिश्तों को महत्व देंं। साथ ही अपने संगे संबंधियों के साथ क्वालिटी आफ टाइम स्पेंड करें जिससे आपका तनाव कम हो।
8. विपरीत समय में और परेशानी में अपनो की मदद ले और अपनी समस्या के बारे में खुलकर बात करें।
9. जो काम आपके क्षमता से बाहर है उसके लिए ना कहना सीखे और ना कहे।
10. विपरीत समय और तनाव के समय नशे से दूर रहे नशा आपके तनाव को बड़ा देता हैं।
-डॉ. सिद्धार्थ असवाल, मनोचिकित्सक, वरदान हॉस्पिटल, बीकानेर