बीकानेर Abhayindia.com राजस्थान में राइट टू हेल्थ बिल को लेकर निजी अस्पतालों में व्याप्त रोष अभी दूर नहीं हुआ है। अस्पताल संचालकों का कहना है कि बार–बार चिकित्सकों को बुलाकर उनके साथ वादा खिलाफी और बेइज्जती करने के कारण अब राजस्थान के सभी चिकित्सक स्तब्ध और आहत है। सरकार जल्दबाजी करते हुए राइट टू हेल्थ बिल लाने के लिए प्रवर समिति की मीटिंग भी बार–बार शॉर्ट नोटिस पर करवा रही है और जबरदस्ती यह बिल राज्य पर थोपना चाहती है। ऑल राजस्थान प्राइवेट अस्पताल संघर्ष समिति ने बिल के विरोध में 16 मार्च 2023 को सम्पूर्ण राजस्थान के सभी प्राइवेट अस्पताल पूर्ण बंद का आह्वान किया है। साथ ही अगले दिन 17 तारीख से सभी सरकारी स्कीम जैसे कि RGHS और चिरंजीवी का पूर्ण बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी है।
समिति का कहना है कि यदि सरकार राज्य की जनता के लिए और चिकित्सकों के लिए सकारात्मक सोच रखती है तो चिकित्सक समुदाय की भावनाओं को आहत ना करें और जल्द से जल्द इस RTH बिल को वापस लें ताकि राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं में किसी तरह की कोई कमी ना आए।