Sunday, September 22, 2024
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हीटवेव से राजस्‍थान में अब तक 5 मौतें, सरकार का दावा- मीडिया में प्रसारित आंकडे़ तथ्यों से परे

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जयपुर Abhayindia.com निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ. रवि प्रकाश माथुर ने कहा है कि हीटवेव को लेकर समुचित प्रबंध सुनिश्चित किए जा रहे हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने हीटवेव को लेकर मार्च माह से ही तैयारियां प्रारम्भ कर दी थी, इसके चलते राजस्थान में हीटवेव की प्रबलता के बावजूद स्थितियां पूरी तरह नियंत्रण में है।

निदेशक (जन स्वास्थ्य) ने कहा है कि विभिन्न मीडिया माध्यमों में हीटवेव से मौतों की जो संख्या प्रकाशित या प्रसारित की जा रही हैं, वे तथ्य से परे हैं, क्योंकि हीटवेव से होने वाली मौतों के प्रमाणिक आंकड़े चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा ही जारी किए जा रहे हैं। यह आंकडे़ भारत सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार डेथ ऑडिट कमेटी द्वारा मौत के कारणों की जांच कर जारी किए जाते हैं।

उन्होंने कहा है कि डेथ ऑडिट कमेटी हीट स्ट्रोक से संदिग्ध मौतों की जांच भारत सरकार द्वारा निर्धारित पैरामीटर्स के अनुसार करती है। इन पैरामीटर्स के अनुसार यदि कोई मौत हीट स्ट्रोक से पाई जाती है तो उसे प्रमाणित कर उसकी रिपोर्ट आईएचआईपी पोर्टल पर प्रेषित की जाती है। आईएचआईपी पोर्टल पर जारी आंकडे़ ही प्रमाणिक हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार तेज गर्मी के दौरान गंभीर बीमारियों एवं अन्य कारणों से भी मौतें हो जाती हैं। प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें हीट स्ट्रोक से होना नहीं माना जा सकता।

डॉ. माथुर ने कहा कि हीटवेव से होने वाली मौतों को लेकर आमजन भयभीत एवं भ्रमित नहीं हों। प्रदेश में अब तक हीटवेव से 5 मौत हुई हैं। इस संबंध में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिदिन प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि हीटवेव से मौतों का होना दुखद है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश में हीटवेव से जनहानि नहीं हो। विभाग हीटवेव को लेकर पूरी सतर्कता और सजगता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहा है तथा हर स्थिति की मुख्यालय के साथ ही जिला स्तर से भी प्रभावी मॉनिटरिंग की जा रही है।

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