




बीकानेर Abhayindia.com मौसम बदलने के साथ ही सरीश्रप/रेप्टाइल्स अपने हाइबरनेशन की प्रक्रिया के तहत घरों में और विभिन्न आवासों में सर्दी से बचने के लिए आना शुरू हो रहे हैं! इसी क्रम में आज महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रण कक्ष में गोयरे का रेस्क्यू किया गया।
एमजीएसयू के पर्यावरण विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार छंगाणी ने रेस्क्यू के बाद बताया कि ये सरीश्रप सर्दियों से बचने के लिए घरों के अंदर आते हैं। ये हमें नुकसान नहीं पहुंचाते, विशेष कर गोएरे में किसी प्रकार का जहर नहीं होता। बल्कि, भारत में पाए जाने वाली किसी भी छिपकली प्रजाति में जहर नहीं होता। इसलिए इसे डरे नहीं, घबराएं नहीं और इन्हें बेवजह मारे नहीं।





