








जयपुर abhayindia.com पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर सहित चार जिलों में पर्यटन विकास की नई उम्मीद जगी है। यूनेस्को जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर और बीकानेर में दस नए पर्यटक केंद्र विकसित करेगा। इन पर्यटक केंद्रों में पश्चिमी राजस्थान के चार जिलों के हस्तशिल्प, लोक नृत्य व संगीत, रंगमंच आदि की प्राचीन विरासत देखी जा सकेगी।
आपको बता दें कि राजस्थान सरकार और यूनेस्को ने इसके लिए एक समझौता किया है। राजस्थान की प्रमुख पर्यटन सचिव श्रेया गुहा और यूनेस्को के कंट्री डायरेक्टर एरिक फॉल्ट ने इस समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके तहत यूनेस्को 42 महीने तक चारों जिलों में एक विशेष पर्यटन सर्किट तैयार करेगा।

यूनेस्को अपनी परियोजना के तहत जोधपुर के 450, बाड़मेर के 550 और जैसलमेर व बीकानेर के 250-250 लोक कलाकारों का चयन किया जाएगा, जो अपने आने क्षेत्र की हस्तशिल्प और नृत्य संगीत की विधाओं को विश्व पर्यटन पटल पर ले जाएंगे। इससे इन जिलों में ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और इन जिलों की सांस्कृतिक विरासत से लोग परिचित हो सकेंगे। प्रमुख सचिव श्रेया गुहा के अनुसार, इस एमओयू के बाद इन चारों जिलों की सांस्कृतिक धरोहर देश दुनिया तक पहुंचेगी।
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