जयपुर abhayindia.com प्रदेश की गहलोत सरकार ने शिलालेखों पर अधिकारियों के नाम लिखवाने पर पाबंदी लगा दी है। सरकार की ओर से लिए गए इस नीतिगत निर्णय के बाद अब राजकीय खर्चे पर होने वाले समारोह में अधिकारियों के माला-साफा पहनने पर भी पाबंदी लगा दी गई है।
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जानकारी के मुताबिक, अधिकारी भवनों के शिलान्यास उद्घाटन-लोकार्पण नहीं कर सकते। यही नहीं, वे शिलालेखों पर अपना नाम भी नहीं लिख सकते।
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आपको बता दें कि प्रदेश के प्रशासनिक सुधार विभाग की ओर से जारी परिपत्र के अनुसार, सरकार के खर्चे पर होने वाले समारोह में जनप्रतिनिधियों को बुलाना जरूरी है। आदेशों की अवहेलना करने वाले अधिकारी को राजस्थान सिविल सेवाएं (आचरण) नियम 1971 के प्रावधानों का उल्लंघन माना जाएगा और संबंधित दोषी अधिकारी- कर्मचारी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
परिपत्र के अनुसार, राजकीय धनराशि से तैयार भवनों के शिलान्यास उद्घाटन व अन्य राजकीय समारोह में जनप्रतिनिधि जैसे- सांसद, विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान, नगर निकायों के मेयर, सभापति, अध्यक्ष, सरपंच को आवश्यक रूप से आमंत्रित किया जाए।
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