बीकानेर abhayindia.com त्यौहारी सीजन शहर में जुएबाजी के अड्डे भी गुलजार हो गये है,जहां बीकानेर समेत बाहर के जुआरी भी दाव लगाने पहुंच रहे है। जानकारी में रहे कि जुएबाजी के मामले बीकानेर का नाम प्रदेश के नामी शहरों में शुमार है। वैसे तो यहां सालभर जुएबाजी चलती है,लेकिन दिवाली के सीजन में जुएबाजी के दौर जबरदस्त परवान पर रहता है। सूत्रों के अनुसार शहरी परकोटे में तो ऐसे अनेक ठिकाने है जहां दिवाली के सीजन में बड़े पैमाने पर जुएबाजी चलती है।
इसके अलावा जुएबाजी में लिप्त कई नामी लोगों ने पॉश कॉलोनियों में अपने ठिकाने बना लिये है। जुआ जगत से जुड़े सूत्रों की मानें तो दिवाली के पिछले सीजन में रही पुलिस की सख्ताई को देखते हुए ज्यादात्तर जुआरी सतकर्ता बरत रहे है,नये ठिकानों के बजाय शहर के पुराने और महफूज ठिकानों पर दाव लगाने पहुंच रहे है। हालांकि शहर में कई ठिकानों पर चारो प्रहर जुएबाजी का दौर चलता है लेकिन ज्यादात्तर ठिकानों पर रात गहराने के बाद जुआरियों की जाजम लगती है। इधर पुलिस ने भी त्यौहारी सीजन में जुएबाजी की रोकथाम के लिये कमर कस ली है। पुलिस ने शहरभर के उन सभी इलाकों को चिन्हित कर लिया है जहां दिवाली के सीजन में जुए के अड्डे चलते है,वहीं जुआरियों ने भी पुलिस की नजर से बचने के लिये इस बार अपने ठिकाने बदल लिये है,बड़े और सफेदपोश जुआरियों ने शहर की नामी होटलों को अपने ठिकाने बना लिये है,जहां रात गहराने के साथ ही जुएबाजों की जाजम लगने लगी है।
जिला पुलिस ने दिवाली के सीजन पर जुएबाजी के खिलाफ मुहिम के लिये पुराना पैटर्न ही अपनाया है,इसके तहत पिछले सीजन में पर्दाफाश हुए जुएबाजी के ठिकानों को चिन्हित कर शहर के नामी जुआरियो पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। सीओ सिटी सुभाष शर्मा ने बताया कि शहर में जुएबाजी और सट्टेबाजी की रोकथाम के लिये पुलिस लगातार कार्यवाही कर रही है,दिवाली के सीजन में भी जुआरियों के खिलाफ पुलिस की मुहिम जारी रहेगी,जुआरियों के ठिकानों का पता लगाने के मुखबिर तंत्र को सक्रिय कर दिया गया है।
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शहर में जुएबाजी को लेकर आमजन की धारणा है कि यहां जुएबाजी के एक-दो नहीं बल्कि दर्जनों बड़े ठिकाने चल रहे है,प्रभावशाली लोगों द्वारा संचालित इन ठिकानों पर पुलिस कभी कभार ही दबिश देती है। लोगों का कहना है कि पुलिस अमूूमन छूटभईये जुआरियों की धरपकड़ कर कार्यवाही की इतिश्री कर लेती है। जबकि शहरी परकोटे समेत नया शहर और कोतवाली थाना इलाके में ऐसे अनेक ठिकानें है जहां सालभर जुएबाजी चलती है। कोतवाली इलाके में सुनारों की गुवाड़ का तीन थंबा चौक तो लंबे अर्से से जुआरियों का गढ बना हुआ है। इसके अलावा कोचरों के चौक में भी जुएबाजी का एक पुराने अड्डे का नाम खासा चर्चित है। इसी तरह शहर में राजमार्गो पर बनी होटलों और रिसोर्टो में भी देर रात तक जुएबाजी चलती है। बीछवाल क्षेत्र के सुपर मार्केट में भी जुएबाजी की कई ठिकाने चल रहे है।