बीकानेर Abhayindia.com संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन ने कहा कि शहर के ऐतिहासिक तालाबों की आगोर भूमियों पर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं होने दिया जाएगा। इन क्षेत्रों का सीमाज्ञान करवाया जाएगा। पूर्व में हुए कब्जे हटाए जाएंगे और ऐसा करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही होगी।
संभागीय आयुक्त ने शनिवार को महानंद तालाब परिसर के निरीक्षण के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में सदियों पूर्व विभिन्न स्थानों पर तालाब बनाए गए। एक दौर में यह तालाब जल आपूर्ति के मुख्य साधन हुआ करते थे। उन्होंने कहा कि इन तालाबों की आगोर भूमियों में प्रकार का अतिक्रमण नहीं हो, यह सुनिश्चित किया जाएगा और यदि अतिक्रमण हुआ है तो इन्हें हटाने की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने मंदिर में रुद्राभिषेक किया और तालाब एवं मंदिर के समूचे क्षेत्र का निरीक्षण किया। महानंद पर्यावरण विकास समिति द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की। यहां के भ्रमण पथ पर प्रकाश व्यवस्था के लिए नगर विकास न्यास के अधिकारी को निर्देशित किया। उन्होंने गुफा क्षेत्र का निरीक्षण किया और कहा कि यहां नशाखोरी और ऐसी कोई गतिविधि नहीं हो। संभागीय आयुक्त ने सुजानदेसर और गंगाशहर क्षेत्र में अतिक्रमण हटवाए। उन्होंने राजस्व तथा पुलिस विभाग के अधिकारियों के साथ उन्हें क्षेत्रों का दौरा किया। आपको बता दें कि बीकानेर में हर्षोल्लाव, संसोलाव, महानंदजी, ब्रहमसागर, नाथ सागर, सुथारों की तलाई सहित अनेक जलस्रोतों की आगोर पर अतिक्रमण की भरमार है। इससे इन जगहों के सौंदर्य पर भी लगातार बट्टा लग रहा है।