बीकानेर Abhayindia.com अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) डॉ दुलीचंद मीणा ने जिला स्तरीय नंदी शाला में निर्मित संरचना की हैंड ओवर टेकन ओवर कार्रवाई पूरी करने के लिए गोपालन विभाग और पशुपालन विभाग संयुक्त निदेशक को निर्देश दिए हैं। डॉ मीना ने हीट वेव के मद्देनजर पशुपालन और गोपालन विभाग अधिकारियों के साथ शुक्रवार को बैठक कर ये निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय नंदी शाला में शेड आदि निर्माण का कार्य पूरा होने उपयोगिता प्रमाण पत्र देने के बावजूद अब तक हैंड ओवर नहीं किया गया है। इस कार्य को प्राथमिकता पर रखते हुए शीघ्राअतिशीघ्र अग्रिम कार्यवाही की जाए।साथ ही जिले में जिन पंचायत समितियां में नंदी शाला निर्माण के लिए संस्थाओं के साथ एमओयू किया गया है उनसे रिपोर्ट लेते हुए वर्तमान कार्य प्रगति और स्थिति के बारे में जानकारी लें। जिन संस्थाओं द्वारा नंदी शाला कार्य प्रारंभ नहीं किए गए हैं उन्हें एमओयू के अनुरूप कार्य शीघ्र प्रारम्भ कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया जाए। यदि एम ओ यू के अनुसार कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है तो विभाग द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जाए।
डॉ मीना ने वेटरनरी मोबाइल यूनिट्स द्वारा आयोजित शिविरों का भौतिक सत्यापन करवा रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इस पर लाइव लोकेशन लेते हुए प्रस्तुत की गई रिपोर्ट में गजनेर और अमरपुरा में रूट के अनुरूप वेटरनरी मोबाइल यूनिट अनुपस्थित पाई गई। संबंधित अधिकारी ने बताया कि ड्राइवर के अभाव में गजनेर में एक महीने से मोबाइल वेटरनरी यूनिट संचालित नहीं हो पा रही है। डॉ मीना ने कहा कि प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी।
डॉ दुलीचंद मीना ने जिले की समस्त गौशालाओं में चारा, पानी, छाया सहित व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने, सभी गांवों में पशुओं के लिए बनी पेयजल खेली भरवाने का भौतिक सत्यापन करवाने, वेटरनरी मोबाइल यूनिट द्वारा आयोजित होने वाले शिविरों का प्रतिदिन भौतिक सत्यापन करवाने के भी निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि जिन गौशालाओं से पेयजल के लिए टैंकर सप्लाई की मांग आई है वहां तुरंत प्रभाव से पीएचईडी के साथ समन्वय करते हुए टैंकर भिजवाएं। इन कार्यों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी और यदि कहीं पर कोताही पाई गई तो संबंधित के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई प्रस्तावित की जाएगी। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने गौशालयों को जारी किए गए अनुदान की भी समीक्षा की।
संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ शिव जोशी ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में अक्टूबर माह तक का अनुदान जारी कर दिया गया है। नवंबर से मार्च माह तक का बकाया अनुदान जिला गोपालन समिति की बैठक में अनुमोदन के बाद आवश्यक कार्रवाई कर जारी कर दिया जाएगा।