Sunday, May 5, 2024
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एमजीएसयू की डॉ. मेघना शर्मा “चेंज मेकर ऑफ द ईयर 2022” अवॉर्ड से सम्‍मानित

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बीकानेर Abhayindia.com अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर ग्लोबल इंटेलेक्चुअल फोरम की ओर से रोहतक में आयोजित ‘वूमैन अचीवर्स अवार्ड-2022’ का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय की कुलपति पद्मश्री प्रो. नजमा अख्तर ने कहा कि महिलाएं पहले के मुकाबले आज बहुत बेहतर स्थिति में हैं। रोहतक में आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मान समारोह में बीकानेर की डॉ. मेघना शर्मा को महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उनके द्वारा की गई गतिविधियों और शोध के लिए चेंज मेकर ऑफ द ईयर 2022″ अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया।

Dr. Meghna Sharma of MGSU honored with "Change Maker of the Year 2022" Award
Dr. Meghna Sharma of MGSU honored with “Change Maker of the Year 2022” Award

समारोह ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही माध्यमों से आयोजित किया गया। डॉ. मेघना ने ऑनलाइन जुड़कर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिला को दोयम दर्जे से अब काफी हद तक मुक्ति मिली है किन्तु इस दिशा में सतत कार्य होते रहने की आवश्यकता भी महसूस होती है जिससे इस समस्या को समूल नष्ट किया जा सके और एक बेहतर समाज का निर्माण किया जा सके।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर इनकम टैक्स कमिश्नर आभा सिंह, सोनीपत की सिविल जज डॉ. रेखा सालूके, पूर्व आईएएस आर. आशाथम्पी, राष्ट्रपति अवार्डी डॉ. मुक्ता, युवा राजनीतिज्ञ नौक्षम चौधरी रही। कार्यक्रम में खास तौर से 12 देशों सहित देशभर की महिलाएं ऑनलाईन माध्यम से भी जुड़ी। विशिष्ट अतिथि आभा सिंह व आर. आशाथम्पी ने कहा कि आज महिलाओं को समान अवसर मिल रहे हैं, जिसकी बदौलत आज की नारी पढ़ीलिखी और साथ ही साथ आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। कुछ मामलों को अपवाद छोड़ दें तो समाज में महिलाओं के अधिकारों के बारे में चेतना जागृत हुई है।

इस अवसर पर ग्लोबल इंटेक्चुअल फोरम के महासचिव व कार्यक्रम आयोजक प्रो. भूप सिंह गौड़ ने कहा कि मातृशक्ति आज किसी भी क्षेत्र में कमजोर नहीं है। हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। सभी महिलाओं को उचित प्रतिनिधित्व व सम्मान मिले इसके लिए उनका फोरम कई कल्याणकारी कार्य कर रहा है। राष्ट्रपति अवॉर्डी डॉ. मुक्ता ने कहा कि महिला दिवस मनाने का उद्देश्य तभी सार्थक होगा जब लिंग भेद समाप्त करने की शुरूआत हम अपने परिवार से करेंगे।

आयोजन में सीमा पार से इंडोनेशिया से डॉ. अन्ना, ईरान से डॉ. मदंना के मोहम्मदी, आस्ट्रेलिया से डॉ. लूनिट रसल, मैक्सिको से डॉ. मरियाना ग्रेशिया, सिंगापुर से डॉ. चयनिका सक्सेना, अफ्रीका से डॉ. मलिंगा नायडू, न्यूजीलैंड से डॉ. जेड सोफिया, कनाडा से डॉ. मनप्रीत गिल, रशिया से प्रो. नतालिया वैलिके, मॉरिशस से नूराना स्मोटली व सकीना खान, इटली से संजना तिवारी, यूके से रविजोत जया, सैलेना, नीदरलैंड से हरप्रीत चरण को सम्मानित किया गया। इनके अलावा हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, कर्नाटक, बिहार, पश्चिम बंगाल, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर और महाराष्ट्र से भी विभूतियों को सम्मानित किया गया।

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