नई दिल्ली Abhayindia.com चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ (Cyclone Remal) बीती रात पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों के बीच पहुंच गया। रेमल ने पश्चिम बंगाल में तबाही के निशान छोड़े हैं। तेज तूफान के दौरान कोलकाता में पेड़ उखाड़ गए और बिजली के खंभों को गिरा दिया है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, मानसून से पहले ही बंगाल की खाड़ी में आने वाला पहला तूफान है। इसके साथ ही विभाग ने पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में 27 मई को अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। वहीं, असम और मेघालय में भी अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका जताई है।
इधर, रेमल के आने के बाद से ही कोलकाता में भारी बारिश जारी है। बारिश के चलते कोलकाता के कई इलाकों में जलभराव हो गया। कोलकाता में कुछ जगहों पर बिजली बंद कर दी गई है। एनडीआरएफ सहित अन्य तमाम एजेंसियां काम में जुटी हैं।
इधर, विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। विभाग के अनुसार, पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच भूस्खलन होने का अनुमान है। चक्रवात केंद्र के आसपास 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही है। मणिपुर,असम, मेघालय, त्रिपुरा और मिजोरम सरकारों ने अलग-अलग सलाह जारी की है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को अधिकतम सतर्क रहने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।