बीकानेर abhayindia.com कोरोना के चलते निजी बसों के पहिए थम से गए हैं। लोग सफर करने से परहेज कर रहे हैं। हलांकि राज्य सरकार ने निजी बसों का तीन माह का टैक्स माफ कर दिया और अगले तीन माह के लिए टैक्स में छूट प्रदान की है, इसके बावजूद सवारियां नहीं मिलने के कारण निजी बसों का संचालन नहीं हो पा रहा है।
कोरोना महामारी के डर से देश के बड़े शहरों की ओर आने-जाने वालों का सिलसिला थमा हुआ है। जानकारी के अनुसार बीकानेर संभाग से जयपुर, कोटा, दिल्ली की ओर करीब 20 प्रतिशत बसें चलने लगी है, लेकिन पूरी क्षमता से सवारियां नहीं मिल रही हैं। पंजीकृत सीटों के लिए सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन की पालना करते हुए सफर करवाने की छूट दे दी है, लेकिन लोग कोरोना से सहमे हुए हैं और अभी यात्रा करने से बच रहे हैं।
प्राइवेट बस ऑपरेटर्स यूनियन के अध्यक्ष समुन्दर सिंह राठौड़ के अनुसार सरकार ने प्राइवेट बस एसोसिएशन की मांग पर तीन माह का टैक्स माफ किया है। राज्य में अपे्रल, मई व जून का 100 फीसदी टैक्स माफ कर दिया है, वहीं जुलाई में 75 प्रतिशत, अगस्त में 50 और सितम्बर में 25 प्रतिशत टैक्स की छूट दे दी है। यात्रीभार नहीं होने के कारण इक्का-दुक्का रूट पर ही बसें चल रही हैं। टैक्स में छूट मिलने से बस मालिकों को राहत मिली है, मगर यात्रीभार नहीं होने से आर्थिक नुकसान वहन करना पड़ रहा है।