







जयपुर Abhayindia.com मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आने वाले समय में कोरोना संक्रमण बढ़ने की आशंका जताते हुए कहा है कि कि त्योहारी सीजन, सर्दी व प्रदूषण के कारण अगले तीन माह चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं। विदेशों की तरह हमारे देश में भी संक्रमण बढ़ने की आशंका है। इसे देखते हुए अधिकारी सभी जिलों में पहले से ही बेहतर प्रबंधन कर लें। पड़ोसी राज्यों से आने वाले मरीजों के उपचार में कोई कमी नहीं रखें।
मुख्यमंत्री गहलोत मंगलवार को सीएम निवास पर वीडियो कांफ्रेंस में राजधानी से लेकर ब्लॉक स्तर तक कोविड-19 की समीक्षा कर रहे थे। करीब तीन घंटे चली वीडियो कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि त्योहारी सीजन, सर्दी व प्रदूषण के कारण अगले तीन माह चुनौतीपूर्ण हो सकते हैं।
उन्होंने कहा कि अमरीका के नए राष्ट्रपति ने शपथ लेते ही मास्क को अनिवार्य रूप से लागू करने की बात कही। जबकि राजस्थान देश का ऐसा पहला राज्य है, जिसने मास्क के लिए जनआंदोलन प्रारंभ किया है। मास्क की अनिवार्यता के लिए कानून भी लाया गया है।
बैठक में बताया गया कि प्रदेश में अब तक संक्रमण की दर 5.47 प्रतिशत रही है, जबकि राष्ट्रीय औसत 7.18 प्रतिशत है। वर्तमान में कोरोना से मृत्युदर प्रदेश में 0.94 प्रतिशत है, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह 1.48 प्रतिशत है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि 2000 चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी हो जाएगी। इससे चिकित्सकों की कमी काफी हद तक पूरी हो सकेगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि अधिकारी जिला मुख्यालय स्तर के अस्पतालों का दौरा कर कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में अहम भूमिका निभा रहे चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाफ का मनोबल बढ़ाएं।
मुख्य सचिव निरंजन आर्य ने कहा कि कोरोना संक्रमण अभी भी बरकरार है। ऐसे में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरतें। पुलिस महानिदेशक एम.एल. लाठर ने कहा कि त्योहारी सीजन में हेल्थ प्रोटोकॉल की पालना के लिए आमजन को जागरूक करना होगा। राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजाबाबू पंवार ने बताया कि संक्रमण रोकने में मास्क बेहद कारगर है।



