बीकानेर Abhayindia.com जिला कलक्टर एवं नगर विकास न्यास अध्यक्ष नमित मेहता ने बुधवार को मैराथन सिटी राउंड लिया। इस दौरान न्यास सचिव नरेन्द्र सिंह पुरोहित, अधीक्षण अभियंता रांजीव गुप्ता सहित सभी इंजीनियर साथ रहे। जिला कलक्टर ने रानी बाजार अंडर ब्रिज कार्यस्थल का मुआयना किया तथा बताया कि यहां अंडर ब्रिज निर्माण के कार्यादेश जारी कर दिए गए हैं। शीघ्र ही इसका कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्धारित अवधि में कार्य पूर्ण हो, यह सुनिश्चित किया जाए। यहां अंडर ब्रिज बनने से आमजन को लाभ होगा। उन्होंने बताया कि सांखला फाटक पर अंडर ब्रिज बनाने की संभावनाओं के मद्देनजर कंसंलटेंट द्वारा ड्राइंग प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने मटका गली और आसपास के क्षेत्र का मुआयना किया।
एक सप्ताह में बन जाए सेल्फी पाइंट
जिला कलक्टर ने सूरसागर पर सेल्फी पाइंट का निर्माण एक सप्ताह में करने के निर्देश दिए। साथ ही यहां साफ–सफाई तथा सभी लाइटें चालू रखने के साथ सूरसागर में पर्याप्त पानी रखने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने पंचशती और मेजर पूर्ण सिंह सर्किल का अवलोकन किया तथा इनके सौंदर्यकरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दोनों सर्किलों को ‘मॉडल’ के रूप में विकसित किया जाए। इनमें आकर्षक लाइटिंग, इंटरलॉकिंग टाइल्स एवं सड़क, साफ–सफाई, पत्थर की रैलिंग आदि बनाई जाए। जयनारायण व्यास कॉलोनी में स्वीकृत सड़क पेंचवर्क कार्यों का निरीक्षण किया तथा सभी कार्य अविलम्ब पूर्ण करवाने के निर्देश दिए।
आवासीय कॉलोनियों में हो सभी आधारभूत सुविधाएं
न्यास अध्यक्ष ने नगर विकास न्यास की जोड़बीड़ आवासीय कॉलोनी, एनआरआई कॉलोनी तथा कृषि मंडी के पास विकसित होने वाली आनंदम् ग्रीन का अवलोकन किया तथा कहा कि इनमें सभी आधारभूत सुविधाएं हों। आनंदम् ग्रीन और जोड़बीड़ आवासीय कॉलोनी में सड़क निर्माण कार्य अतिशीघ्र पूर्ण करने तथा एनआरआई और आनंदम् में भव्य प्रवेश द्वार बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन कॉलोनियों में भूखंड नीलामी की कार्यवाही की जाए।
रविन्द्र रंगमंच पर बनेगा मसाला चौक
मेहता ने बताया कि रविन्द्र रंगमंच परिसर में मसाला चौक बनाया जाएगा। इसमें हैरिटेज लुक की दुकानें बनाई जाएंगी। जहां बीकानेर से संबंधित पारम्परिक खाद्य वस्तुएं विक्रय की जाएंगी। वहीं इसमें बैठक व्यवस्था, बच्चों के लिए झूले, हरियाली, लाइटिंग आदि की व्यवस्था होगी। उन्होंने यहां बन रहे ओपन थिएटर का अवलोकन भी किया तथा निर्माण कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मसाला चौक और ओपन रंगमंच निर्माण के बाद यह स्थान आमजन के आकर्षण का केन्द्र बन जाएगा।
‘नाइट टूरिज्म’ की संभावनाओं को लगेंगे पंख
शहर में नाइट टूरिज्म की संभावनाओं पर तेजी से कार्य किया जाएगा। इसके मद्देनजर जिला कलक्टर ने पब्लिक पार्क परिसर के सभी प्रवेश द्वार दुरूस्त करवाने, परिसर में साफ–सफाई रखने, सभी सर्किल्स की रेलिंग की थीम एक रंग की रखने, परिसर की दीवारों पर आकर्षक पेंटिंग अथवा थ्री डी कलाकारी करवाने, सभी फुटपाथ एक जैसे करवाने, क्राउन पार्क, गोमुख एवं सभी मूर्तियों के आसपास आकर्षक लाइटिंग करने, वाहन पार्किंग की प्रभावी व्यवस्था करने, दीवारों पर चिपकाए गए पोस्टर–बैनर हटाने, पार्कों को विकसित करने तथा टाय ट्रेन को जल्दी ही चालू करने के निर्देश दिए।
स्थापित होगा ‘सरस पार्लर’
जूनागढ़ के सामने स्थित मसाला चौक में ‘सरस पार्लर’ स्थापित किया जाएगा। यहां उरमूल डेयरी के सभी उत्पाद मिलेंगे। जिला कलक्टर ने डेयरी के प्रबंध संचालक एसएन पुरोहित तथा प्रशासनिक अधिकारी सलीम भाटी के साथ इस स्थान का अवलोकन किया तथा कहा कि शीघ्र ही इसकी शुरूआत कर दी जाए। उन्होंने ऊंट उत्सव के मद्देनजर हैरिटेज वॉक के सौंदर्यकरण का कार्य अतिशीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही न्यास के अभियंताओं को निर्देशित किया कि सभी कार्यों का नियमित निरीक्षण किया जाए। कार्यों की गुणवत्ता का पूर्ण ध्यान रखा जाए।
राजस्थान कांग्रेस : जिलाध्यक्षों के पैनल को हाईकमान की मंजूरी का इंतजार, खींचतान के चलते…
जयपुर। प्रदेश की गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार के बाद अब कांग्रेस में सबसे बड़ी चुनौती संगठन में खाली पड़े पदों पर नियुक्तियां करना है। जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए प्रदेश के दिग्गज नेताओं में खींचतान का दौर जोरों से चल रहा है। बताया जा रहा है जिन जिलों में जिलाध्यक्ष पद के लिए विवाद की स्थिति नहीं है वहां पहले चरण में जिलाध्यक्षों की घोषणा की जाएगी। इस चरण में करीब 20 जिलों के जिलाध्यक्ष फाइनल हो जाएंगे। इधर, कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा है कि जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के लिए हाईकमान से मंजूरी का इंतजार है।
आपको बता दें कि कांग्रेस में अभी 39 जिलाध्यक्ष के पद हैं। जयपुर, जोधपुर, कोटा, अजमेर, उदयपुर, बीकानेर में शहर और ग्रामीण के जिलाध्यक्ष हैं। अब जयपुर, जोधपुर और कोटा में दो–दो शहर जिलाध्यक्ष बनाए जाने के बाद इन तीन जिलों में तीन–तीन जिलाध्यक्ष हो जाएंगे।
इसलिए हो रही देरी…
प्रदेश कांग्रेस में बड़े नेताओं की खींचतान के चलते ही सभी जिलों में जिलाध्यक्षों की नियुक्तियों का काम अटका हुआ है। हालांकि, अब आधे से ज्यादा जिलों में नामों पर सहमति बन चुकी है। लेकिन, अब भी कई जिलों में दो से तीन दावेदारों को लेकर एकराय नहीं बन सकी है।