बीकानेर (अभय इंडिया न्यूज)। ‘कलक्टर महोदय मेरी बात सुन लो…..इक्कीस दिन हो गए है…..मेरी परीक्षा मत लो….नहीं तो मैंं कोई न कोई खटका दिखाऊंगा….।’ यह चेतावनी भरे लफ्ज कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेस नेता गोपाल गहलोत ने कहे हैं। गौवंश और शहर की जन समस्याओं को लेकर गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस के कलक्ट्रेट पर चल रहे धरने के 22 दिन हो गए है। इस दौरान आंदोलन से विभिन्न संगठन भी जुड़े है। जनप्रतिनिधियों के निवास पर प्रदर्शन हुए है। बुधवार से धरनास्थल पर यज्ञ का आयोजन शुरू किया गया है। नायक समाज के ग्यारह लोग भूख हड़ताल पर बैठे है। आंदोलन का लंबा खिंचता देख अब कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी उद्वेलित होते नजर आ रहे हैं। उनका गुस्सा उनके भाषणों में भी नजर आता है। इसका नमूना धरने का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस नेता गहलोत अपने भाषणों में कई बार दे चुके हैं। मंगलवार को धरनास्थल पर उत्तराखंड से विधायक धरनास्थल पर आए थे। इस दौरान गहलोत ने तल्खी भरे अंदाज में कलक्टर को संबोधित करते हुए आने वाले समय में उग्र आंदोलन करने का संकेत कर दिया। इसके बावजूद गौवंश के मुद्दे पर प्रशासन की ओर से फिलहाल कोई नई पहल होती नजर नहीं आ रही है। असल में, यह मुद्दा अब कांग्रेस के लिए जहां प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है, वहीं भाजपा पूरी तरह चुप्पी साधे हुए है। दोनों के बीच प्रशासन फंसा हुआ है। प्रशासन के पास फिलहाल एक ही जवाब है कि गौवंश को रखने के लिए जमीन आवंटन संबंधी फाइल सरकार के पास विचाराधीन है। बहरहाल, यह देखना दिलचस्प होगा कि गौवंश के इस मुद्दे का पटाक्षेप आखिर किस तरह होगा?
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